राज्य भर में पुलिस को अलर्ट, पर गुरुनगरी में रात को बिना मुलाजिमों के दिखे नाका प्वाइंट
पाक की ओर से लगातार सीमा पार से ड्रोन के माध्यम से असलहा व गोला बारूद भेजकर राज्य का माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन :
समय : रात के 10.50
स्थान : झब्बाल बाईपास
तरनतारन पंजाब का संवेदनशील इलाका है। यहां पर पाक की ओर से लगातार सीमा पार से ड्रोन के माध्यम से असलहा व गोला बारूद भेजकर राज्य का माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में डीजीपी इकबालप्रीत सिंह सहोता ने राज्य भर में पुलिस को अलर्ट किया गया है। परंतु जब रात को जागरण टीम ने निरीक्षण किया तो गुरुनगरी में नाका प्वाइंट खाली नजर आए। ऐसे में शहर की सुरक्षा रामभरोसे ही नजर आ रही है। इसको लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठते हैं। नाकों से वाहनों की आवाजाही तो हो रही थी, परंतु वहां चेकिंग करने वाला कोई नहीं था। उनमें क्या कोई संदिग्ध तो नहीं जा रहे। ऐसे में बिना चेकिंग किए इसका अंदाजा लगाना नामुमकिन था।
झब्बाल चौक में जब दैनिक जागरण की टीम पहुंची तो यहां पर बैरिकेड तो नजर आए, मगर 24 घंटे वाले नाके पर पुलिस का एक भी कर्मी तैनात नहीं था। गुरुद्वारा बीड़ बाबा बुड्ढा साहिब जी के चल रहे जोड़ मेले के मद्देनजर इस चौक में रात भर यात्रियों की आमद होती रही। परंतु पुलिस कर्मचारी कोई भी दिखाई नहीं दिया। इस चौक में ट्रैफिक पुलिस के कर्मियों लिए पोस्ट बनाई गई है। यह पोस्ट भी रात को लावारिस नजर आई। केवल बोहड़ी चौक में पीसीआर की एक टीम नाके पर नजर आई। रात करीब सवा 11 बजे सूचना के आधार पर थाना सिटी के प्रभारी इंस्पेक्टर जसवंत सिंह भट्टी एक पैलेस के बाहर राहगीरों से पूछताछ करते जरूर दिखाई दिए। एसएसपी की रिहायश के बाहर बी नहीं दिखे मुलामिज
कुछ ऐसी ही लापरवाही एसएसपी की रिहायश के बाहर देखी गई। यहां पर पावरकाम का कार्यालय भी है। परंतु न तो यहां पुलिसकर्मी तैनात थे और न ही पीसीआर की टीमें रात को गश्त करती नजर आईं। श्री ठाकुर द्वारा मदन मोहन मंदिर, तहसील चौक के क्षेत्र में भी आवाजाई जारी थी। परंतु कोई संदिग्ध या शरारती तत्व तो नहीं घूम रहा, इसका पता लगाने के लिए कहीं कोई चेकिंग होती दिखाई नहीं दी। नाके पर पुलिस कर्मी क्यों नहीं खे, जवाब तलब करेंगे: एसपी
एसपी (सुरक्षा) बलजीत सिंह ढिल्लों की मानें तो विभिन्न प्वाइंटों पर 24 घंटे पुलिसकर्मी तैनात होते हैं। रात के समय पीसीआर की टीमें पक्के तौर पर तैनात रहती है। फिर भी कुछ प्वाइंटों पर पुलिसकर्मी क्यों नहीं थे। इसका पता लगाया जाएगा। ढिल्लों कहते हैं कि सुरक्षा के मामले में पुलिस कभी लापरवाह नहीं होती।