पट्टी हत्याकांड : फौजी और पूर्ण की हत्या से पहले बिल्ला ने की थी रेकी
27 मई की सुबह पट्टी के नदोहर चौक में पीर की दरगाह से लौट रहे अमनदीप सिंह उर्फ फौजी प्रभदीप सिंह उर्फ पूर्ण की गोलियां मारकर हत्या की गई थी।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : 27 मई की सुबह पट्टी के नदोहर चौक में पीर की दरगाह से लौट रहे अमनदीप सिंह उर्फ फौजी, प्रभदीप सिंह उर्फ पूर्ण की गोलियां मारकर हत्या की गई थी। इस वारदात को गैंगस्टर प्रीत सेखों ने साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया था। वारदात से पहले प्रीत सेखों सुबह चार बजे ही इलाके में घूमने लगा था। फौजी और पूर्ण घर से कितने बजे रवाना होकर दरगाह पर पहुंचते हैं और वहां से कितनी देर बाद लौटते हैं, यह सारी रेकी पट्टी निवासी सुमेस सिंह बिल्ला ने की थी। वीरवार को स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) ने बकायदा बिल्ला को काबू कर लिया।
अमनदीप उर्फ फौजी व प्रभदीप सिंह उर्फ पूर्ण की गोलियां मारकर हत्या करते समय गैंगस्टर प्रीत सेखों ने इनके साथी शमशेर सिंह शेरा को भी गोलियां मारकर घायल किया था। गुरजंट सिंह जंटा की इसीलिए जान बच गई थी कि वह दरगाह के बाहर ताला लगा रहा था। सीआइए स्टाफ के प्रभारी बलविदर सिंह ने वीरवार को हत्याकांड से पहले रेकी करने वाले सुमेस सिंह बिल्ला को काबू कर लिया गया। बिल्ला ने प्राथमिक पूछताछ में माना कि हत्याकांड की वारदात से पहले रेकी करके सारी रिपोर्ट मलकीत सिंह उर्फ लड्डू को दी थी। बिल्ला के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के पट्टी में दो मामले दर्ज हैं। वह लड्डू के साथ ट्रक चलाता रहा है। उसे शुक्रवार को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। प्रीत सेखों हुलिया बदलकर बचने का कर रहा है प्रयास
एसएसपी ध्रुमन एच निबाले ने बताया कि डबल मर्डर केस में अब तक सात लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनमें मलकीत सिंह उर्फ लड्डू, परमजीत सिंह उर्फ पम्मा, भूपिदर सिंह उर्फ भिदा, मनप्रीत सिंह उर्फ माना के अलावा कांग्रेसी समर्थक राजविदर सिंह उर्फ राज व गैंगस्टर प्रीत सेखों का भाई जसविदर सिंह उर्फ हैप्पी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि गैंगस्टर प्रीत सेखों अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए हुलिया बदल चुका है। परंतु पुलिस की नजर प्रीत सेखों के संपर्क में रहने वाले लोगों पर बढ़ाई जा रही है। उन्होंने दावा किया कि डबल मर्डर केस से संबंधित अभी और गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है।