किसान संघर्ष को समर्पित होगा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस
जनवादी स्त्री सभा की बैठक जिला अध्यक्ष जसबीर कौर की अध्यक्षता में हुई। जसबीर कौर ने कहा कि आठ मार्च को मनाए जाने वाला अंतरराष्ट्रीय दिवस किसान संघर्ष को समर्पित रहेगा।
संस, तरनतारन : जनवादी स्त्री सभा की बैठक जिला अध्यक्ष जसबीर कौर की अध्यक्षता में हुई। इसमें कुलविंदर कौर, कंवलजीत कौर, चरनजीत कौर, कुलविंदर कौर, गुरजिंदर कौर, रंजीत कौर, मंजीत कौर तुड़, सिमरनजीत कौर, किरनप्रीत कौर ने भाग लिया। जसबीर कौर ने कहा कि आठ मार्च को मनाए जाने वाला अंतरराष्ट्रीय दिवस किसान संघर्ष को समर्पित रहेगा। अगर केंद्र सरकार ने कृषि सुधार कानून वापस न लिए तो महिलाओं द्वारा सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान बिल लाकर केंद्र सरकार ने जो कानून लागू किए हैं, उसका पूरा देश विरोध कर रहा है। सरकार को चाहिए कि देश और किसान हितों के लिए यह कानून वापस लिए जाएं। कार्यकर्ताओं ने की किसानों की रिहाई की मांग
वहीं जत्था हिम्मत-ए-खालसा व दमदमी टकसाल के कार्यकर्ताओं की ओर से 26 जनवरी की घटनाओं में युवाओं की रिहाई के लिए स्कूटर मोटरसाइकल रोष मार्च का आयोजित किया गया। प्रदर्शनकारी युवाओं की ओर से हाल गेट के बाहर धरना देकर केंद्र सरकार की किसान व जनविरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की गई। इसके बाद यह मार्च शहर के अलग अलग बाजारों और इलाकों से गुजरा। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि दिल्ली में गिरफ्तार किए गए युवाओं को रिहा किया जाए और किसानों पर दर्ज मामलों को रद किया जाए। संगठनों के नेताओं पंजाब सिंह , अंग्रेज सिंह और दविदर सिंह ने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा आंदोलन सिर्फ किसानों का आंदोलन नहीं है यह आंदोलन हर वर्ग का आंदोलन है। अगर राज्य की आर्थिकता की रीढ़ कृषि सेक्टर प्रभावित होता है तो इसका उलटा असर सभी कारोबार पर पड़ेगा। खानपान की व जरूरत की वस्तुओं के रेट बढ़ने से महंगी बढ़ेगी। आम व्यक्ति के लिए रोजी रोटी कमाना भी मुश्किल हो जाएगा।