टिफिन बमों का पता न चलने से उड़ी खुफिया एजेंसियों की नींद

श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार जसवीर सिंह रोडे के बेटे गुरमुख सिंह की गिरफ्तारी और पुलिस जांच के मुताबिक ड्रोन के माध्यम से पाक से पंजाब में भेजे गए तीन टिफिन बम अभी भी बरामद नहीं हो पाए हैं

By JagranEdited By: Publish:Sun, 29 Aug 2021 10:02 PM (IST) Updated:Sun, 29 Aug 2021 10:02 PM (IST)
टिफिन बमों का पता न चलने से उड़ी खुफिया एजेंसियों की नींद
टिफिन बमों का पता न चलने से उड़ी खुफिया एजेंसियों की नींद

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार जसवीर सिंह रोडे के बेटे गुरमुख सिंह की गिरफ्तारी और पुलिस जांच के मुताबिक ड्रोन के माध्यम से पाक से पंजाब में भेजे गए तीन टिफिन बम अभी भी बरामद नहीं हो पाए हैं। यह टिफिन बम आखिर कहां छिपाए गए हैं, पुलिस इसकी गहनता से तफतीश कर रही है। वहीं खुफिया एजेंसियों की नींद भी उड़ी हुई है। समझा जाता है कि कहीं न कहीं इस मूवमेंट के तार तरनतारन जिले से जुड़े हो सकते हैं। जिले से संबंधित संदिग्धों का पुलिस ने 'कुंडली' खंगालनी शुरू करदी है।

सितंबर 2019 में धार्मिक डेरे को निशाना बनाने लिए छिपाया गया बोतल बम निकालते समय गांव पंडोरी में ब्लास्ट हुआ था। इस ब्लास्ट में दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि तीसरा युवक गुरजंट सिंह गंभीर घायल हो गया था, जिसकी बाद में आंखों की रोशनी चली गई थी। इस मामले में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) ने जांच की तो मामले के तार पाक में बैठे आतंकी संगठनों से जुड़े पाए गए थे। इस मामले में पुलिस ने कुल 19 युवकों को गिरफ्तार किया था। इन सभी आरोपितों की उम्र 18 से 32 वर्ष थी। इसी महीने में कस्बा चोहला साहिब के पास स्विफ्ट कार में सवार चार आतंकियों को असलहा, गोला बारूद और जाली करंसी समेत काबू किया गया। यह सारी खेप ड्रोन के माध्यम से पाक द्वारा पंजाब भेजी गई थी। इस मामले में एनआइए ने कुल 22 लोगों को नामजद किया। इनकी आयु 18 से 33 वर्ष के बीच थी। खालिस्तानी मूवमेंट को हवा देने लिए पाक द्वारा समय-समय पर किए गए नापाक इरादों को भले ही पुलिस ने विफल कर दिया, परंतु जालंधर से गिरफ्तार हुए पूर्व जत्थेदार के बेटे गुरमुख सिंह से पूछताछ के दौरान हुए रहस्योद्घाटन ने पुलिस की नींद उड़ाई है। क्योंकि सामने आया है कि ड्रोन के माध्यम से पाक से पंजाब आए अभी तीन टिफिन बम बरामद किए जाने है। यह तीनों टिफिन बम आखिर कहां छिपाकर रखे गए हैं। यहां पता लगाने लिए खुफिया एजेंसियों की सरगर्मी बढ़ चुकी है।

राज्य के गृह विभाग के निर्देश पर सीमावर्ती जिला तरनतारन से संबंधित संदिग्ध लोगों पर पुलिस ने नजर रखनी शुरू कर दी है। तरनतारन वह जिला है जो पहले आतंकवाद से पूरी तरह प्रभावित रहा, फिर नशे की लपेट में आए युवाओं द्वारा ड्रग माफिया चलाने के साथ गैंगस्टरों व खालिस्तानी समर्थकों के साथ गठजोड़ लिए लगातार हाथ बढ़ाए है।

एसएसपी उपिदरजीत सिंह घुम्मण कहते हैं कि इंटरनेट मीडिया के जरिये युवाओं को भरमाने का प्रयास होता है। परंतु पुलिस की कोशिश यही रहती है कि अमन शांति कायम रखी जाए। एसएसपी घुम्मण कहते है कि पूर्व आतंकियों, नशा तस्करों व गैंगस्टरो का नेटवर्क तोडऩे लिए काम किया जा रहा है। उनका दावा है कि पुलिस प्रशासन द्वारा आतंकी मूवमेंट पर नजर रखने लिए सीमा से लगते गांवों में भी चौकसी बरतने के आदेश दिए गए है।

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