जल सेना ने दुनियाभर में मनवाया काबलियत का लोहा : बलकार
हीद भगत सिंह सीनियर सेकेंडरी स्कूल में जल सेना दिवस मनाया गया।
संवाद सूत्र, पट्टी : शहीद भगत सिंह सीनियर सेकेंडरी स्कूल में जल सेना दिवस मनाया गया। स्कूल के वरिष्ठ शिक्षक बलकार सिंह ने विद्यार्थियों को जल सेना दिवस बारे में अवगत करवाते हुए कहा कि चार दिसंबर 1971 को भारतीय जल सेना ने भारत-पाक लड़ाई में पाकिस्तान पर जीत प्राप्त की। इस कारण हर साल चार दिसंबर को जल सेना के जवानों की बहादुरी की प्रशंसा की जाती है। इस घटना के 50 वर्ष पूरे होने पर भारतीय जल सेना वर्ष 2021 को स्वर्ण विजय वर्ष के तौर पर मना रही है।
उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी मराठा को भारतीय जल सेना का पितामाह कहा जाता है, जिन्होंने 17वीं शताब्दी में जल सेना की स्थापना की थी। भारतीय जल सेना एक ताकत वार फौज है, जो समुद्री सीमा की रक्षा करती है। इसने अपनी काबलियत का दुनिया भर में लोहा मनवाया है। श्रीलंका और मालदीव में आतंकवाद का खात्मा करने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने विद्यार्थियों को भारतीय जल सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करने लिए प्रेरित किया। भारतीय जल सेना में भर्ती होने के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अफसर भर्ती होने लिए बीटेक करनी जरूरी है। इसके अलावा बारहवीं पास विद्यार्थी जिन्होंने मैथ, फिजिक्स के विषय में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त किए है, वह भी भर्ती के लिए योग्य है। बलकार सिंह ने बताया कि बारहवीं पास विद्यार्थी एनडीए का टेस्ट पास करके ट्रेनिग लेने के बाद अफसर भर्ती हो सकते है। इस मौके पर स्कूल के प्रिसिपल सोनिया शर्मा, नरिदर कौर व रणजीत कौर मौजूद थे।