खालसा कालेज के बाहर अवैध असले से चलाई गई थी गोलियां, आरोपित पकड़ से बाहर

ाी गुरु अर्जुन देव खालसा कालेज चोहला साहिब के बाहर छात्र विग की प्रधानगी के मामले में दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी में प्रयोग किए हथियार अधिक तौर पर अवैध थे

By JagranEdited By: Publish:Thu, 30 Sep 2021 08:12 AM (IST) Updated:Thu, 30 Sep 2021 08:12 AM (IST)
खालसा कालेज के बाहर अवैध असले से चलाई गई थी गोलियां, आरोपित पकड़ से बाहर
खालसा कालेज के बाहर अवैध असले से चलाई गई थी गोलियां, आरोपित पकड़ से बाहर

जागरण संवाददाता, तरनतारन : श्री गुरु अर्जुन देव खालसा कालेज, चोहला साहिब के बाहर छात्र विग की प्रधानगी के मामले में दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी में प्रयोग किए हथियार अधिक तौर पर अवैध थे। आरोपितों ने प्वाइंट 32 बोर, 9 एमएम पिस्टलों के अलावा प्वाइंट 315 बोर राइफलों का प्रयोग किया था। पुलिस द्वारा कुछ आरोपितों की पहचान कर ली गई है, परंतु पुलिस इस मामले में अभी चुप्पी धारण किए हुए है। कहा जा रहा है कि कुछ आरोपितों को बचाने के लिए पुलिस सियासी दबाव में काम कर रही है।

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की ओर से चलाए जा रहे कालेज के छात्र विग की प्रधानगी को लेकर कुछ दिनों से दो गुट एक-दूसरे को ललकार रहे थे, जो गोलीकांड की वजह बने। पुलिस जांच में सामने आया है कि गोलीकांड में मरने वाला युवक सरवन सिंह मंगलवार को अपने चाचा भगवान सिंह की मुनियारी की दुकान (सरहाली कलां) के बाहर मौजूद था। वहां पर ब्रीजा गाड़ी आकर रुकी। गाड़ी में कस्बा निवासी इकबाल सिंह का बेटा गुरविदर सिंह उर्फ गिदू फ्रंट सीट पर बैठा था। जबकि एक अन्य युवक ब्रीजा गाड़ी पर चालक तैनात था। गिदू ने सरवन को तुरंत गाड़ी में बैठने लिए कहा। जिसके बाद गाड़ी चोहला साहिब रवाना हो गई।

खालसा कालेज के बाहर दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी के दौरान सरवन सिंह की मौत हुई। जांच में सामने आया है कि गोलीबारी में जब सरवन घायल हुआ तो उसे साथी युवकों ने उठाकर गाड़ी में लिटा दिया। कस्बे के आसपास निजी अस्पतालों में इलाज लिए जाते रहे, परंतु किसी डाक्टर ने हामी नहीं भरी। सरवन की जब शाम साढ़े चार बजे के करीब मौत हुई तो उसका शव गांव मोहनपुरा स्थित पुल सूए के पास फेंक दिया गया। गांव के सरपंच ने शव बाबत पुलिस को जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई।

इससे पहले थाना चोहला साहिब की पुलिस यह समझती रही कि गोलीकांड में केवल सदीक मुहम्मद निवासी भट्ठल भाईके नामक राहगीर ही घायल हुआ है। उधर बुधवार को पुलिस ने सिविल अस्पताल से सरवन सिंह के शव का पोस्टमार्टम करवाया। पोस्टमार्टम दौरान सामने आया कि एक गोली छाती से आरपार हो गई, जो मौत की वजह बनी। जांच दौरान करीब चार युवकों की पुलिस द्वारा पहचान कर ली गई, परंतु अभी तक पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी लिए छापामारी नहीं की। समझा जाता है कि सियासी प्रभाव के चलते मामले को थोड़ा ठंडा करने का प्रयास हो रहा है। सब डिवीजन गोइंदवाल साहिब के डीएसपी प्रीत इंद्र सिंह कहते है कि मामले की उच्च स्तर पर जांच जारी है। उन्होंने कहा कि पुलिस पर किसी प्रकार का सियासी प्रभाव नहीं है।

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