हत्यारोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर डीएसपी दफ्तर समक्ष भूख हड़ताल पर बैठा परिवार
शरणजीत सिंह के हत्यारोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पीड़ित परिवार डीएसपी (सिटी) के कार्यालय के समक्ष भूख हड़ताल पर बैठ गया।
जासं, तरनतारन : अगस्त में दुकानदारों की ओर से मारपीट करके मौत के घाट उतारे गए शरणजीत सिंह के हत्यारोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पीड़ित परिवार डीएसपी (सिटी) के कार्यालय के समक्ष भूख हड़ताल पर बैठ गया। सुबह 11 बजे शुरू हुई भूख हड़ताल रात नौ बजे तक जारी रही। एसएसपी उपिदरजीत सिंह घुम्मण के आश्वासन के बाद भूख हड़ताल रात खत्म हो गई। हड़ताल की अगुआई भगवान वाल्मीकि एकता संघर्ष दल संस्था के राष्ट्रीय चेयरमैन संदीप जंडियाला ने की।
संस्था के चेयरमैन संदीप जंडियाला ने बताया कि 8 अगस्त को कस्बा झब्बाल में स्पेयर पार्ट्स की दुकान पर चोरी का आरोप लगाकर कुछ दुकानदारों ने शरणजीत सिंह की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। आरोपितों ने मारपीट की वीडियो इंटरनेट मीडिया पर भी वायरल कर दी। घटना के बाद परिवार ने चेयरमैन संदीप जंडियाला की अगुआइ में थाना झब्बाल के समक्ष शरणजीत सिंह का शव रखकर सभी आरोपितों को नामजद करके गिरफ्तारी की मांग उठाई थी। तब डीएसपी (सिटी) सुच्चा सिंह बल्ल ने आश्वासन दिया था कि आरोपितों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
चेयरमैन संदीप ने बताया कि घटना के 39 दिन बाद पुलिस केवल एक हत्यारोपी को पकड़ पाई है। बाकी सरेआम घूम रहे हैं। शरणजीत के परिवार पर राजीनामा करने का दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि शरणजीत की मौत के लिए जिम्मेदार सभी आरोपितों को गिरफ्तार करके जेल की सलाखों पीछे धकेला जाए। साथ ही परिवार की सुरक्षा भी यकीनी बनाई जाए।
भगवान वाल्मीकि एकता संघर्ष दल संस्था के बाबा साहिब सिंह, बाबा बलदेव राज, गोपी चीमा, निशान सिंह, हरचंद सिंह, रणजीत झामका, संजीव खोसला ने कहा कि यदि पुलिस 15 दिनों के भीतर हत्यारोपियों की गिरफ्तारी नहीं करती तो फिर संस्था की तरफ से पीड़ित परिवार को साथ लेकर तीखा संघर्ष किया जाएगा। यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक हत्यारोपी जेल की सलाखों पीछे नहीं चले जाते। एसएसपी ने कहा, 15 दिनों में करेंगे गिरफ्तार, आश्वासन के बाद खत्म किया धरना
डीएसपी (सिटी) दफ्तर समक्ष भूख हड़ताल को खत्म करवाने के लिए एसएसपी उपिदरजीत सिंह घुम्मण रात्रि नौ बजे मौके पर पहुंचे और आश्वासन दिया कि शरणजीत सिंह हत्याकांड की जांच लिए स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (सिट) का गठन किया जा रहा है। हत्याकांड के सभी आरोपित 15 दिनों में गिरफ्तार कर लिए जाएंगे। आश्वासन के बाद भूख हड़ताल खत्म हो गई।