तरनतारन में भारी वाहनों की दिन में एंट्री, तय टाइमिग के बोर्ड गायब

तरनतारन में ट्रैफिक व्यवस्था ठीक होने का नाम नहीं ले रही। भारी वाहनों की दिन के समय शहर में एंट्री हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 09:00 AM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 09:00 AM (IST)
तरनतारन में भारी वाहनों की दिन में एंट्री, तय टाइमिग के बोर्ड गायब
तरनतारन में भारी वाहनों की दिन में एंट्री, तय टाइमिग के बोर्ड गायब

जासं, तरनतारन: तरनतारन में ट्रैफिक व्यवस्था ठीक होने का नाम नहीं ले रही। भारी वाहनों की दिन के समय शहर में एंट्री हो रही है। पर उन्हें रोकने वाले कोई नहीं। गुरुनगरी में सुबह आठ से शाम सात बजे तक शहर में हैवी वाहनों की नो एंट्री होती है, परंतु कुछ दुकानदार अपना थोक का सामान मंगवाने के लिए ट्रक आदि शहर में ही मंगवा लेते हैं। ऐसे में ट्रक चालक भी नो एंट्री की परवाह न करते हुए नगर कौंसिल की सीमा में सड़कों पर आ जाते हैं। इससे हादसे भी होते हैं। अमृतसर बाईपास, झब्बाल बाईपास, गोइंदवाल बाईपास के अलावा सरहाली रोड टी प्वाइंट पर पक्के तौर पर ट्रैफिक पुलिस के कर्मी तैनात होते हैं। परंतु वह हैवी वाहनों को शहर में एंटर होने से नहीं रोकते। दूसरे तरफ शहर के तमाम बाजारों और सड़कों पर दुकानदारों द्वारा अवैध कब्जे किए गए हैं। यह कब्जे सड़कों और बाजारों को तंग कर देते हैं। श्री ठाकुरद्वारा मदन मोहन मंदिर के समीप बैंक के बाहर पक्के तौर पर अवैध पार्किग बन गई है। इस पार्किग से यातायात बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। ऐसी ही समस्या शहर के बोहड़ी चौक में आ रही है। लोग बोले, अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रही पुलिस

शहरवासी प्रताप सिंह, प्रगट सिंह, नरिदर सिंह, दौलत राम, सुच्चा सिंह, बलबीर सिंह, बूटा राम, रोशन लाल, मोता राम कहते है कि प्रशासन के पास ऐसी व्यवस्था नहीं कि वाहनों की पार्किग करवाई जा सके। जिसके चलते खरीद-फरोख्त करने आए लोग अपने वाहन सड़कों पर बने फुटपाथ पर ही लगा देते है। जबकि ट्रैफिक पुलिस भी अपनी जिम्मेदारी भी नहीं संभाल रही। शहर में हैवी वाहनों की एंट्री नहीं होगी

एसपी (ट्रैफिक) बलजीत सिंह ढिल्लों कहते हैं कि पब्लिक के वाहनों की पार्किग के लिए प्रशासन द्वारा जगह मुहैया करवाई जा रही है। दुकानदारों को चाहिए कि अवैध कब्जे न किए जाए। ट्रैफिक पुलिस को भी पाबंद किया जाएगा कि हैवी वाहनों को शहर में दिन के समय एंट्री न होने दिया जाए। उन्होंने कहा कि दुकानदारों के सहयोग से ही ट्रैफिक की समस्या दूर हो सकती है। मौखिक आदेश ही दिए प्रशासन ने

एक वर्ष के दौरान तरनतारन शहर में हैवी वाहन की आमद दौरान कुल 14 सड़क हादसे हुए हैं। हालांकि इनमें किसी की जान तो नहीं गई, परंतु चार महिलाएं, दो बच्चे व दो बुजुर्ग और छह युवक घायल हुए थे। दिन के समय शहर में हैवी वाहनों की नो एंट्री बाबत प्रशासन द्वारा केवल मौखिक आदेश ही दिए गए है। हालांकि शहर के किसी भी प्वाइंट पर हैवी वाहनों की नो एंट्री बाबत अभी तक कोई बोर्ड वगैरा नहीं लगाया गया।

chat bot
आपका साथी