मिलावटखोरी के खिलाफ सेहत विभाग ने शुरू किया अभियान, खाद्य पदार्थों के सैंपल भरे

त्योहारों के दिनों में तरह-तरह के रंगों की मिठाईयों में कोई ऐसा केमिकल तो नहीं जो आपकी जान लिए खतरा बन सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 06:29 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 08:59 PM (IST)
मिलावटखोरी के खिलाफ सेहत विभाग ने शुरू किया अभियान, खाद्य पदार्थों के सैंपल भरे
मिलावटखोरी के खिलाफ सेहत विभाग ने शुरू किया अभियान, खाद्य पदार्थों के सैंपल भरे

जागरण संवाददाता, तरनतारन : त्योहारों के दिनों में तरह-तरह के रंगों की मिठाईयों में कोई ऐसा केमिकल तो नहीं, जो आपकी जान लिए खतरा बन सकता है। यह जानने के लिए सेहत विभाग द्वारा बुधवार को अभियान का आगाज कर दिया गया। सिविल सर्जन डा. रोहित मेहता की अगुआई में सहायक फूड कमिश्नर डा. रजिदर पाल ने जिले के विभिन्न कस्बों में जाकर खाद्य पदार्थों के आठ सैंपल भरे।

डा. रजिदर पाल ने बताया कि दूध से तैयार होने वाली मिठाइयों से लेकर करियाना व अन्य खाद्य पदार्थो के सैंपल लेने की मुहिम शुरू करने का मतलब आम लोगों को जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि जनवरी से अब तक विभिन्न प्रकार के 146 सैंपल लिए गए, जिनमें से 24 सैंपल फेल हुए हैं। जिस बाबत एडीसी (जनरल) की कोर्ट में फाइलें लगाई जा रही है। सहायक फूड कमिश्नर रजिदर पाल ने बताया कि मनुष्य के लिए जानलेवा साबित होने वाले पदार्थों से संबंधित सैंपलों के मामले पर कानून पूरी तरह से सख्त है। दस हजार रुपये से लेकर पांच लाख तक का जुर्माना व उम्र कैद तक की सजा का भी प्रावधान होता है। उन्होंने बताया कि करियाना की दुकानों पर वस्तु लेते समय ग्राहकों को यकीनी बनाना चाहिए कि जो पदार्थ खरीद रहे है। वह सील बंद व ब्रांडेड हो। हालांकि त्योहारों के दिनों में दूध से तैयार होने वाले खाद्य पदार्थो में मिलावटखोरी करने वालों को बाज आने की चेतावनी दी।

उन्होंने बताया कि जनवरी से अब तक 50 दुकानदारों को साफ-सफाई न रखने पर नोटिस जारी किए गए हैं। नोटिस के बाद अगर सुधार नहीं होता तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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