गुरुद्वारा भगत जल्लण दास जी में बैसाखी पर नहीं सजेंगे धार्मिक दीवान

गांव नौशहरा ढाला में हर वर्ष खालसा पंथ साजना दिवस बैसाखी व गुरुद्वारा भगत जल्लण दास जी में मनाया जाता वार्षिक जोड़ मेला इस बार 12 व 13 अप्रैल को मनाया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 03:00 AM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 03:00 AM (IST)
गुरुद्वारा भगत जल्लण दास जी में बैसाखी पर नहीं सजेंगे धार्मिक दीवान
गुरुद्वारा भगत जल्लण दास जी में बैसाखी पर नहीं सजेंगे धार्मिक दीवान

संवाद सूत्र, झब्बाल : भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित गांव नौशहरा ढाला में हर वर्ष खालसा पंथ साजना दिवस बैसाखी व गुरुद्वारा भगत जल्लण दास जी में मनाया जाता वार्षिक जोड़ मेला इस बार 12 व 13 अप्रैल को मनाया जाएगा। थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर दीपक कुमार ने प्रबंधकों के साथ बैठक की। गुरुद्वारा के मुख्य सेवादार व शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य बाबा निर्मल सिंह नौशहरा ढाला व जसमिदर सिंह संधू ने बताया कि सरकार के आदेशों की पालना करते हुए कमेटी ने फैसला किया है कि इस बार यहां धार्मिक दीवान नहीं सजाए जाएंगे, साथ ही कबड्डी के मैच भी नहीं करवाए जाएंगे। वार्षिक जोड़ मेले के संबंध में 13 अप्रैल को अखंड पाठ के भोग डाले जाएंगे। थाना प्रभारी दीपक कुमार ने संगत को अपील की कि वह मेले में शामिल होने के लिए गुरुद्वारा साहिब में आने के मौके मास्क जरूर पहनें आए और शारीरिक दूरी का पालन करते हुए माथा टेकें ताकि कोरोना को फैलने से रोका जा सके। इस मौके पूर्व सरपंच कुलदीप सिंह, जत्थेदार हरभजन सिंह, सरपंच केहर सिंह, रणजीत सिंह राणा आधी, मनजिदर सिंह मन्ना, शमशेर सिंह आदि मौजूद थे।

दूसरी तरफ शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से हर वर्ष की तरह इस बार भी बैसाखी एवं खालसा पंथ के स्थापना दिवस पर श्रद्धालुओं का जत्था पाकिस्तान भेजा जा रहा है। यह जत्था 12 अप्रैल को पाकिस्तान के लिए रवाना होगा। एसजीपीसी की ओर से इस बार जत्थे में जाने के लिए 793 श्रद्धालुओं के नाम भेजे गए थ। इसमें से 356 श्रद्धालुओं के नाम काट दिए गए। पाकिस्तान अंबेसी ने 437 सिख श्रद्धालुओं को वीजा दिया है।

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