किसानों को अपने हक के लिए एक होकर चुनावी रन में उतरना होगा: चढ़ूनी

किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा है कि तीनों कृषि सुधार कानूनों के मामले पर पहले शिअद (बादल) ने किसानों को गुमराह करने का प्रयास किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 06:35 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 06:35 PM (IST)
किसानों को अपने हक के लिए एक होकर चुनावी रन में उतरना होगा: चढ़ूनी
किसानों को अपने हक के लिए एक होकर चुनावी रन में उतरना होगा: चढ़ूनी

जासं, खेमकरण : किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा है कि तीनों कृषि सुधार कानूनों के मामले पर पहले शिअद (बादल) ने किसानों को गुमराह करने का प्रयास किया। फिर कैप्टन सरकार ने इस मुद्दे पर वोट बैंक की राजनीति करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इतना ही नहीं आम आदमी पार्टी (आप) की नीति भी किसानों के हक की नहीं बल्कि कृषि कानूनों का पक्ष लेने वाली साबित हुई है। ऐसे में पंजाब का इन राजनीतिक पार्टियों से भला नहीं हो सकता। राज्य में किसानों की 90 लाख वोट है जबकि 59 लाख मतों से राज्य में कैप्टन की सरकार बनी है। यदि राज्य का किसान एकजुट होकर चुनाव नहीं लड़ता तो पंजाब के लिए शुभ संकेत नहीं होगा।

विधानसभा हलका खेमकरण के कस्बा अमरकोट की अनाज मंडी में किसान-मजदूर संघर्ष रैली को संबोधित करते गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल (बादल) सबसे बड़ी किसान विरोधी पार्टी साबित हुई है। केंद्र में जब हरसिमरत कौर बादल मंत्री थी तो उसी समय कानून बने थे। बाद में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के अलावा हरसिमरत कौर बादल भी कृषि कानूनों का पक्ष लेते हुए केंद्र की वकालत करते रहे। उन्होंने कहा कि शिअद द्वारा दिल्ली की संसद का घेराव करने के नाम पर घटिया राजनीति की जा रही है। गुरनाम चढ़ूनी ने आगे कहा कि एक वर्ष में सैकड़ों किसानों ने अपनी जान गंवाई है, परंतु अभी तक प्रधानमंत्री द्वारा किसानों से सीधी बात नहीं की जा रही। उन्होंने कहा कि देश के किसान को अपना हक लेने के लिए एकजुट होकर खुद चुनावी रन में उतरना होगा।

इस दौरान लक्खा सिंह सिधाना, डा. ईमान सिंह, नवजोत कौर लंबी, गायक कंवल ग्रेवाल, जस्स बाजवा ने कहा कि कृषि कानूनों के मामले पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नीति बहुत घातक साबित हुई है। हैरानी की बात है कि आज भी भाजपा की लीडरशिप पंजाब में चुनाव लड़ने की तैयारी में है। इसका जवाब पूरे पंजाब को एकजुट होकर देना चाहिए। रैली में सुख सिंह जगराओं, जगदीप सिंह रंधावा, भाणा सिंह सिद्धू, सुरजीत सिंह भूरा, दलजीत सिंह मलका, सिकंदर सिंह वल्टोहा, गुरनाम सिंह ने किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी, लक्खा सिंह सिधाना, डा. ईमान सिंह, गायक कंवल ग्रेवाल और जस्स बाजवा को सम्मानित किया।

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