कसूर नाले के किनारे अब नजर आएगी हरियाली
गुरदासपुर जिले से पाकिस्तान के शहर कसूर को जाने वाले निकासी नाले को कसूर नाले का नाम दिया जाता है।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : गुरदासपुर जिले से पाकिस्तान के शहर कसूर को जाने वाले निकासी नाले को कसूर नाले का नाम दिया जाता है। तरनतारन शहर से गुजरने वाला यह नाला घनी आबादी के साथ लगता है। शहर के करीब छह वार्ड इस कसूर नाले के किनारे हैं। वर्षों से कसूर नाला जहां सफाई को तरस रहा है, वहीं गंदगी व दुर्गंध ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है।
दैनिक जागरण द्वारा ये मामला कई बार उठाया गया, जिसके बाद कार सेवा संप्रदाय के मुखी बाबा जगतार सिंह ने कसूर नाले के किनारों का सुंदरी करण करने का फैसला किया है।
तरनतारन शहर को हराभरा बनाने लिए हरियावल लहर की ओर से लगातार पौधे लगाए जा रहे हैं। हरियावल लहर के उद्यम को देखते हुए कार सेवा संप्रदाय के मुखी बाबा जगतार सिंह ने कसूर नाले के सुंदरीकरण का फैसला किया, जिसमें पर्यावरण प्रेमी बाबा सेवा सिंह खडूर साहिब भी सेवा में आगे उतर आए।
डीसी कुलवंत सिंह और एसडीएम रजनीश अरोड़ा की मौजूदगी में बाबा जगतार सिंह, बाबा सेवा सिंह की ओर से पौधे लगाने की मुहिम शुरू की गई। बाबा जगतार सिंह ने बताया कि हरियावल लहर में वो लोग जुड़े हैं, जो शिक्षक हैं। स्कूल टाइम के बाद ये शिक्षक शहर को हरा-भरा बनाने के लिए पौधारोपण करते हैं। इनके उद्यम को प्रोत्साहित करने के लिए कसूर नाले के किनारे कार पार्किंग वाले स्थान पर 13 फीट की दूरी पर पिल्लर डालकर दस फीट की जाली लगाई जाएगी। इसके बाद सड़क के बीस फुट तक टाइलें लगाकर पौधे लगाने लिए क्यारियां तैयार की जाएंगी। डीसी कुलवंत सिंह ने कहा कि आज के दौर में पौधारोपण करना बहुत जरूरी है। हरियावल लहर की ओर से जो कदम उठाया जा रहा है, उसके अच्छे नतीजे सामने आएंगे। इस अवसर पर हरियावल लहर के मुख्य सेवादार तेजिदरपाल सिंह, भूपिदर सिंह मझैल, हमेश कुमार, जसपाल सिंह, सुखजिदरपाल सिंह, गुरचरणजीत सिंह, हरप्रीत सिंह, बलविदर सिंह, अमनदीप सिंह, भूषण कुमार, तेजिदर सिंह और विष्णु कुमार मौजूद थे।