तरनतारन के चारों विधायकों की मंत्रिमंडल में जगह पाने पर नजर
चरनजीत सिंह चन्नी प्रदेश के नए मुख्यमंत्री बन चुके हैं। उनके साथ सुखजिदर सिंह रंधावा और ओम प्रकाश सोनी ने उप मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की है।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन :
चरनजीत सिंह चन्नी प्रदेश के नए मुख्यमंत्री बन चुके हैं। उनके साथ सुखजिदर सिंह रंधावा और ओम प्रकाश सोनी ने उप मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की है। अब जिले के चारों विधायकों की नजर मंत्रिमंडल में होने वाले बदलाव पर टिकी हुई हैं। ये विधायक अपने-अपने ढंग से चन्नी के समक्ष हाजिरी भरकर झंडी वाली कार में बैठना चाहते हैं।
विधानसभा हलका खडूर साहिब से दूसरी बार विधायक बने रमनजीत सिंह सिक्की भले ही पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के गुट से माने जाते हैं, परंतु वह भी नए मुख्यमंत्री चन्नी के समक्ष हाजिरी भर चुके हैं। तरनतारन के विधायक डा. धर्मबीर अग्निहोत्री भी झंडी वाली कार में सवार होने के लिए पार्टी हाईकमान समक्ष दावा जता रहे हैं। वह भले ही कुछ नहीं बोल रहे, परंतु उनका संपर्क प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी के अलावा पंजाब मामलों के इंचार्ज हरीश रावत व आब्जर्वर अजय माकण के साथ भी है। डा. अग्निहोत्री का तर्क है कि 40 वर्ष से लगातार जिस सीट से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ रहा था, उस सीट पर उन्होंने 15 हजार मतों से जीत हासिल की। विधायक गिल और भुल्लर लगा रहे जुगाड़
इसी प्रकार पट्टी हलके के विधायक हरमिदर सिंह गिल भी कैबिनेट के विस्तार में जगह चाहते हैं। उनका दावा है कि उन्होंने तीन बार कैबिनेट मंत्री रहे आदेश प्रताप सिंह कैरों को हराया है, जिसके चलते पट्टी हलके को नुमाइंदगी मिलनी चाहिए। हालांकि खेमकरण के विधायक सुखपाल सिंह भुल्लर भी कई दिनों से झंडी वाली कार पाने के लिए जुगाड़ लगा रहे हैं। नवजोत सिद्धू के प्रदेशाध्यक्ष बनते ही भुल्लर ने सियासी पाला बदलते हुए सिद्धू की अपने हलके में रैली करवाई थी। हालांकि भुल्लर आल इंडिया युवा कांग्रेस के कैशियर भी रह चुके हैं, जिसके चलते उनकी पार्टी की केंद्रीय लीडरशिप में भी पकड़ है।