'उम्र नहीं देखता कोरोना, एहतियात में ही बचाव'
कोरोना की दूसरी लहर पहले से अधिक खतरनाक है। हमारे क्षेत्र में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसके बावजूद बाजारों में लोगों की भीड़ नजर आ रही है
संस, तरनतारन : कोरोना की दूसरी लहर पहले से अधिक खतरनाक है। हमारे क्षेत्र में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसके बावजूद बाजारों में लोगों की भीड़ नजर आ रही है जो ठीक नहीं है। क्योंकि कोरोना न तो उम्र देखता है और न ही आर्थिक हालात। ऐसे में कोविड नियमों का पालन करने में ही सभी का भला है। यह कहना है एसबीएस मेमोरियल, जनरल व आइ अस्पताल के विशेषज्ञ डा. डीपी सिंह का।
डा. डीपी सिंह ने कहा कि कोरोना की चपेट में छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग और युवक भी तेजी से आ रहे हैं। अगर हम लापरवाही नहीं करेंगे तो कोरोना का मुकाबला आसानी से किया जा सकता है। बिना वजह बाजारों में आना कोरोना को दावत देने के बराबर है। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो मास्क नहीं पहनते। मास्क पहनने से कोरोना से बड़े स्तर पर बचाव की संभावना रहती है। डा. डीपी सिंह ने कहा कि हलकी खांसी, शरीर में थकावट, बुखार, चस्ट इनफेक्शन की मामूली शिकायत भी हो तो कोविड टेस्ट जरूरी है। साथ ही कोविड से बचाव लिए टीकाकरण अभियान का हिस्सा बनना भी हमारी जिम्मेदारी है।