चोहला साहिब कालेज के छात्र विग की प्रधानगी को लेकर दो गुटों में फायरिग, एक की मौत
एसजीपीसी द्वारा चोहला साहिब में चलाए जा रहे श्री गुरु अर्जुन देव खालसा कालेज के बाहर मंगलवार को दो गुटों में झगड़ा हुआ।
जासं, तरनतारन : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) द्वारा चोहला साहिब में चलाए जा रहे श्री गुरु अर्जुन देव खालसा कालेज के बाहर मंगलवार को दो गुटों में झगड़ा हुआ। इसमें कस्बा सरहाली निवासी युवक सरवन सिंह की मौत हो गई जबकि गांव भट्ठल भाईके निवासी सदीक मोहम्मद समेत चार युवक घायल हो गए। घटना के आधे घंटे बाद मौके पर थाना प्रभारी बलजिदर सिंह बाजवा पहुंचे और कार्रवाई शुरू की।
बताया जा रहा है कि छात्र विग की प्रधानगी को लेकर दो गुटों में कई दिनों से खींचतान चली आ रही थी। सोमवार की दोपहर को कालेज के बाहर दो गुटों में पहले कहासुनी हुई। फिर बात हाथापाई पर उतर आई। इसमें पांच युवकों की पगडि़यां भी उतर गई थीं। दोनों गुटों ने एक-दूसरे को देख लेने के लिए मंगलवार सुबह 11 बजे का समय दिया था। तब दोनों गुट जब पहुंचे तो कालेज का मुख्य गेट बंद था। करीब 20 गाड़ियों को देख इलाके में दहशत पैदा हो गई। इसी दौरान दोनों गुटों में करीब 25 राउंड फायर हुए। दोनों तरफ से पिस्टलों और प्वाइंट 315 बोर राइफलों का प्रयोग किया गया। इस दौरान कालेज के पास सदीक मोहम्मद निवासी गांव भट्ठल भाईके नामक युवक के अलावा तीन अन्य युवक गोली लगने से घायल हो गए जबकि कालेज से चार किलोमीटर दूर गांव मोहनपुरा पुल सूए के पास सरवन सिंह निवासी सरहाली कलां नामक युवक का शव बरामद हुआ। इस युवक की मौत गोलियां लगने से हुई। गोलियों की आवाज से कस्बा चोहला साहिब पूरी तरह से दहल उठा। घटना के करीब 30 मिनट बाद थाना प्रभारी बलजिदर सिंह बाजवा मौके पर पहुंचे। इस झगड़े में घायल हुए तीन युवकों को उनके साथी उठाकर ले गए जबकि गांव भट्ठल भाईके निवासी सदीक मुहम्मद को सरहाली कलां के अस्पताल में दाखिल करवाया गया। यहां से उसे सिविल अस्पताल तरनतारन रेफर कर दिया गया। पुलिस ने पहले क्यों नहीं लिया संज्ञान, पता करेंगे: डीएसपी
सब डिवीजन गोइंदवाल साहिब के डीएसपी प्रीत इंद्र सिंह ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे की फुटेज कब्जे में लेकर आरोपितों की पहचान लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। सरवन के शव का बुधवार को तरनतारन के सिविल अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक दिन पहले हुई लड़ाई के बावजूद थाना प्रभारी द्वारा मामले को गंभीरता से क्यों नहीं लिया गया, इस बाबत भी जांच होगी। गोलियां कालेज के बाहर चलीं
उधर कालेज के प्रिसिपल कुलविदर सिंह का कहना है कि कालेज के भीतर कुछ नहीं हुआ। गोलियां बाहर चलीं थी। उस समय कालेज का गेट बंद था। गोलियां चलाने वालों में कालेज का कोई भी छात्र शामिल नहीं था। छह माह में में हो गई थी सरवन के मां-बाप की मौत
कस्बा सरहाली कलां की पत्ती वड्डा पासा निवासी सरवन सिंह के पिता सविदर सिंह की सात वर्ष पहले नौशहरा पन्नूआ के पास सड़क हादसे में मौत हो गई थी। सविदर की मौत के छह माह बाद उसकी पत्नी हरपाल कौर ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सरवन सिंह को कस्बे में मेडिकल स्टोर चलाने वाले गुरजीत सिंह औलख ने पढ़ाया लिखाया। सरवन का बड़ा भाई हरदीप सिंह कार पेंटर का काम जबकि छोटा भाई प्रदीप सिंह (18) मेहनत मजदूरी करता है। सूत्रों की मानें तो सुबह साढ़े दस बजे कस्बा सरहाली के मेन रोड पर चार गाडि़यां आकर रुकीं। इसमें से ब्रीजा गाड़ी में सवार हथियारबंद युवकों के साथ सरवन सिंह गाड़ी में सवार हो गया और शाम को पता चला कि वह गैंगवार की भेंट चढ़ चुका है।