कृषि सुधार कानून वापस ले सरकार : पंधेर
किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी की ओर से गांव तुड़ में जिला स्तरीय रैली की गई। जिसमें प्रदेश महासचिव स्वर्ण सिंह पंधेर सुखविदर सिंह सभरा सतनाम सिंह माणोचाहल सविदर सिंह तुड़ ने कहा कि जत्थेदार मोहन सिंह तुड़ की शख्सियत से प्रेरणा लेकर हम दिल्ली में कृषि सुधार कानूनों की वापसी के लिए चल रहे मोर्चे में शिरकत कर रहे है।
संवाद सहयोगी, तरनतारन : किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी की ओर से गांव तुड़ में जिला स्तरीय रैली की गई। जिसमें प्रदेश महासचिव स्वर्ण सिंह पंधेर, सुखविदर सिंह सभरा, सतनाम सिंह माणोचाहल, सविदर सिंह तुड़ ने कहा कि जत्थेदार मोहन सिंह तुड़ की शख्सियत से प्रेरणा लेकर हम दिल्ली में कृषि सुधार कानूनों की वापसी के लिए चल रहे मोर्चे में शिरकत कर रहे है। स्वर्ण सिंह पंधेर ने कहा कि छह माह से अधिक समय के दौरान दिल्ली आंदोलन में 500 के करीब किसानों की जान जा चुकी है, परंतु अभी तक केंद्र सरकार द्वारा कृषि सुधार कानूनों की वापसी के लिए एलान नहीं किया गया, जो चिता का विषय है। उन्होंने कहा कि पंजाब की उपजाऊ जमीन को बर्बाद करने के लिए कृषि कानून लाए गए है। देश का अनाज भंडार भरने वाला किसान उतनी देर तक संघर्ष करेगा, जब तक कृषि कानून वापस नहीं होते। इस अवसर पर गोबिद सिंह तुड़, जवाहर सिंह टांडा, बचित्र सिंह, अमरिदर सिंह वेईपूई, भगवान सिंह धूंदा, सुखविदर सिंह दुग्गलवाला, कुलदीप सिंह तुड़, मेजर सिंह तुड़, तेजिदरपाल सिंह राजू रसूलपुर ने कहा कि जब देश के किसान को नए कानून की जरूरत ही नहीं तो फिर केंद्र द्वारा बिना वजह कानून लागू करना हमारी समझ से परे है।
उधर, अमृतसर में लोकतंत्र को बचाना है, राज्य के जवानी को बचाना और किसानी को बचाना है तो सूझवान, पढ़े-लाख व साफ चरित्र वाले लोगों को आगे आना होगा। आज तक सूझवान लोग केवल अपना चरित्र बचाने के लिए राजनीति में नहीं उतरे। जिसका नतीजा है कि माफिया हमारे उपर हुकम चला रहा है। यह विचार प्रकट किए लोक अधिकार लहर संस्था के सदस्य बलविदर सिंह और रूपिदर सिंह ने। लोक अधिकार लहर की ओर से माझा में अपनी भूमिका को मजबूत करने के लिए रविवार को मीटिग आयोजित की और साथ ही बिगुल बजाया कि आने वाले विधानसभा चुनाव में चेहरे नहीं बल्कि चरित्र वाले लोग आएंगे।