18 दिन से विधवा मां को था बेटे के शव का इंतजार, आखिर लाई गई डेड बाडी
दुबई में चाहतबीर सिंह की मौत के 18 दिन बाद उसका शव कस्बा सरहाली पहुंचा तो विधवा मां बेहोश हो गई।
संवाद सूत्र, पट्टी : रोजी रोटी के चक्कर में दिसंबर माह में दुबई गए 24 वर्षीय युवक चाहतबीर सिंह की मौत के 18 दिन बाद उसका शव कस्बा सरहाली पहुंचा तो विधवा मां शव देखकर बेहोश हो गई। 19 जुलाई को दुबई में चाहतबीर सिंह की हार्ट अटैक से मौत हुई थी।
चाहतबीर सिंह के पिता सुखबीर सिंह की पहले ही मौत हो चुकी है। चाहतबीर सिंह की मौत की खबर सुनकर विधवा मां प्रदीप कौर का रो-रोकर बुरा हाल था। बेटे के शव को देखने लिए प्रदीप कौर कई दिनों से बिलक रही थी। परिवार ने सरबत दा भला चेरिटेबल ट्रस्ट के मुखी एसपी सिंह ओबराय से राबता करते हुए गुहार लगाई थी। डा. एसपी सिंह ओबराय द्वारा भारतीय दूतावास के विशेष सहयोग से अपने निजी सचिव बलदीप सिंह चाहल की अगुआई में कागजी कार्रवाई मुकम्मल करवाकर दुबई से शव भारत भेज दिया। अंतिम संस्कार मौके चाहतबीर सिंह के रिश्तेदारों सुखमित्रपाल सिंह, प्रदीप सिंह, गुरविदर सिंह बब्बू, गुरिदर सिंह जौहल ने बताया कि डा. ओबराय द्वारा पीड़ित परिवार की मदद से ही शव गांव पहुंचा है। ट्रस्ट के जिला अध्यक्ष प्रिस धुन्ना ने बताया कि डा. ओबराय के प्रयासों से अब तक विदेशों की धरती में मौत के मुंह में जाने वाले 246 लोगों के शव उनके परिजनों तक पहुंचाए जा चुके है।