रिश्वतखोर एएसआइ अदालत में पेश, किसान ने घेरने का किया प्रयास
थाना खालड़ा में तैनात एएसआइ सतनाम सिंह की ओर से रिश्वत लेने का मामला पुलिस के गले की हड्डी बनता जा रहा है।
जासं, तरनतारन : थाना खालड़ा में तैनात एएसआइ सतनाम सिंह की ओर से रिश्वत लेने की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने का मामला पुलिस के गले की हड्डी बनता जा रहा है। रिश्वत के मामले में गिरफ्तार एएसआइ सतनाम सिंह को बिना हथकड़ी खालड़ा की पुलिस ने पट्टी की अदालत में पेश किया।
अदालत परिसर में गांव स्वर्गापुरी के किसान ने एएसआइ सतनाम सिंह को घेरकर रिश्वत के पैसे वापस देने की मांग की। उसने कहा कि थाना प्रभारी उससे भी रिश्वत लेता रहा है। एसएसपी ध्रुमन एच निंबाले ने कहा कि थाना प्रभारी पर लगे आरोपों की जांच डीएसपी राजबीर सिंह को सौंप दी गई है।
गांव स्वर्गापुरी निवासी किसान दिलबाग सिंह ने बताया कि उसकी ससुराल नारली में है। ससुराल परिवार की साढ़े तीन एकड़ जमीन की वसीयत दिलबाग सिंह के ससुर ने अपनी दोनों लड़कियों के नाम पर इसीलिए कर दी कि उनके कोई लड़का नहीं था। दिलबाग सिंह ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी के चचेरे भाई उक्त जमीन पर कथित तौर पर कब्जा करना चाहते थे। जिसके चलते उसके परिवार के खिलाफ थाना खालड़ा के प्रभारी सब इंस्पेक्टर जसवंत सिंह ने दो मामले दर्ज किए। इनमें से एक मामले की जांच में दिलबाग सिंह का परिवार बेकसूर पाया गया। जिसकी कैंसिलेशन रिपोर्ट दिलाने के लिए एएसआइ सतनाम सिंह के साथ एएसआइ साहिब सिंह व थाना प्रभारी जसवंत सिंह ने 60 हजार की रिश्वत ली थी।
रिश्वत के मामले में गिरफ्तार एएसआइ सतनाम सिंह को बिना हथकड़ी लगाए निजी कार में लेकर जब पुलिस पार्टी पट्टी की कोर्ट में पहुंची तो किसान दिलबाग सिंह ने एएसआइ सतनाम सिंह को घेरकर रिश्वत के पैसे वापस देने की मांग की। इस दौरान पुलिस टीम कार बदलकर सतनाम सिंह को जेल छोड़ने ले गई। क्योंकि अदालत द्वारा आरोपित का रिमांड नहीं दिया गया। किसान दिलबाग सिंह ने बताया कि उसने एएसआइ साहिब सिंह व थाना प्रभारी जसवंत सिंह के खिलाफ विजिलेंस को लिखित शिकायतें भेज दी है। बदनाम किया जा रहा है
मैंने कोई रिश्वत नहीं ली
बिना वजह झूठे मामले में फंसाकर मुझे बदनाम किया जा रहा है। मैं हर जांच का सामना करने लिए तैयार हूं।
-आरोपित एएसआइ सतनाम सिंह। कभी बातचीत भी नहीं हुई
गांव स्वर्गापुरी निवासी दिलबाग सिंह द्वारा रिश्वत के मामले में मेरा झूठा नाम लगाया जा रहा है। मेरी दिलबाग सिंह व उसके परिवार के साथ कभी बातचीत भी नहीं हुई।
एएसआइ साहिब सिंह। अधिकारियों समक्ष रख चुका हूं पक्ष
किसान दिलबाग सिंह के परिवार खिलाफ फौजदारी के मामले मैंने ही दर्ज किए थे। इसीलिए दिलबाग सिंह द्वारा रिश्वत के मामले में मेरा नाम घसीटा जा रहा है। मेरा रिश्वत के किसी भी मामले से कोई संबंध नहीं है। मैंने उच्च अधिकारियों को अपना पक्ष दे दिया है।
जसवंत सिंह, एसएचओ खालड़ा। आरोपों की होगी जांच किसान की ओर से एएसआइ साहिब सिंह व थाना प्रभारी जसवंत सिंह के खिलाफ रिश्वत के जो आरोप लगाए गए हैं, उसकी जांच डीएसपी राजबीर सिंह को सौंपी गई है। विभाग में रिश्वतखोरी बर्दाशत नहीं होगी। जांच में आरोप सही पाया गया तो कड़ी कार्रवाई होगी। अगर दिलबाग सिंह के आरोप झूठे पाए गए तो भी कार्रवाई होगी।
ध्रुमन एच निंबाले, एसएसपी।