शहीद सुखजिंदर को श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचा कोई भी प्रशासनिक अधिकारी
पुलवामा में शहीद होने वाले सेट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) की 76वीं बटालियन के हेड कांस्टेबल सुखजिंदर सिंह की रविवार को दूसरी बरसी परिवार की ओर से मनाई गई।
संवाद सूत्र, हरिके पत्तन : पुलवामा में शहीद होने वाले सेट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) की 76वीं बटालियन के हेड कांस्टेबल सुखजिंदर सिंह की रविवार को दूसरी बरसी परिवार की ओर से मनाई गई। गांव गंडीविंड धत्तल में परिवार की ओर से रखवाए गए श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डालने के उपरांत रागी जत्थों ने कीर्तन किया। इस अंवसर पर गांव के लोग भी पहुंचे।
समागम में गांव के सरपंच अमरजीत सिंह ने शहीद सुखजिंदर के पिता गुरमेज सिंह, मां हरभजन कौर, भाई गुरजंट सिंह को सम्मानित करते हुए कहा कि देश की आजादी के लिए जिस प्रकार योद्धाओं ने कुर्बानी दी है, उसी प्रकार इस आजादी को कायम रखने के लिए पुलवामा में जवानों ने शहादत का जाम पीया है। ये शहीद हमारे देश के लिए गौरव हैं। श्रद्धांजलि समागम के मौके सीआरपीएफ की ओर से डीएसपी पलविंदरजीत कौर पहुंची, जिन्होंने शहीद की पत्नी सरबजीत कौर को दिलासा देते हुए कहा कि उनके परिवार के हर दुख-सुख में सदा भाईवाल रहा जाएगा। पलविंदरजीत कौर ने शहीद के ढाई वर्षीय लड़के गुरजोत सिंह की दीर्घायु की कामना की। किसी विधायक का कोई प्रतिनिधि नहीं पहुंचा समागम में
अफसोस की बात यह है कि श्रद्धांजलि समारोह में न तो प्रशासन का कोई अधिकारी सुखजिंदर को श्रद्धांजलि देने पहुंचा और न ही सांसद या हलका विधयक की ओर से कोई प्रतिनिधि समागम में पहुंचा। ग्रामीण जागीर सिंह, महिंदर सिंह, प्रताप सिंह, जोरावर सिंह, मलकीत सिंह ने कहा कि पुलवामा शहीद सुखजिंदर सिंह की याद में स्वागती गेट व अधूरा पड़ा खेल स्टेडियम मुकम्मल किया जाना चाहिए।