74 की आयु में भी जवां हौसले से दी कोरोना को मात

कोरोना को हराने के लिए मजबूत मानसिक शक्ति की जरूरत होती है। कोरोना से डरने की नहीं बल्कि उसका मजबूती से मुकाबला करने की जरूरत होती है। यह कहना है तरनतारन के विधायक धर्मबीर अग्निहोत्री का।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 06:52 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 06:52 PM (IST)
74 की आयु में भी जवां हौसले से दी कोरोना को मात
74 की आयु में भी जवां हौसले से दी कोरोना को मात

जासं, तरनतारन : कोरोना को हराने के लिए मजबूत मानसिक शक्ति की जरूरत होती है। कोरोना से डरने की नहीं बल्कि उसका मजबूती से मुकाबला करने की जरूरत होती है। यह कहना है तरनतारन के विधायक धर्मबीर अग्निहोत्री का।

उन्होंने कहा कि पिछले साल जुलाई में कोरोना काल के दौरान लोगों को राशन, दवाइयां आदि मुहैया करवाते समय वह भी कोरोना की चपेट में आ गए थे। इसके बावजूद उन्होंने ने हिम्मत नहीं हारी। डाक्टर होने के नाते वह जानते थे कि कोरोना से लड़ने के लिए मानसिक तौर पर मजबूत रहना जरूरी होता है। यहीं वजह है कि 74 वर्ष की आयु में भी कोरोना को मात देकर दूसरे लोगों को भी इम्युनिटी बढ़ाने के टिप्स दिए।

इंफेक्शन बढ़ने पर विधायक डा. अग्निहोत्री को अमृतसर स्थित फोर्टिस अस्पताल में रेफर कर दिया गया था। मजबूत इच्छा शक्ति के कारण उनकी 20 दिन में रिपोर्ट नेगेटिव आ गई। विधायक बताते हैं कि जब वह कोरोना पाजिटिव हुए थे तो इनफेक्शन की वजह से हालात सामान्य नहीं थे। परंतु उन्होंने संकल्प ले लिया था कि वह कोरोना को हराकर ही दम लेंगे।

सादा भोजन और कम मीठा खाने के शौकीन डा. धर्मबीर अग्निहोत्री अपने निजी अस्पताल में रोजाना मरीजों का इलाज करते हुए उनको मुफ्त मास्क, सैनिटाइजर मुहैया करवाते हुए कोविड नियमों का पाठ पढ़ाते हैं। कोविड से बचाव के लिए विधायक डा. धर्मबीर अग्निहोत्री वीरवार को वैक्सीन की सेकेंड डोज भी लगवा ली है। उनका कहना है कि कोरोना हो जाए तो घबराना नहीं। वैक्सीनेशन की जिम्मेदारी निभाना कभी नहीं भूलना चाहिए।

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