पराली को जलाएं नहीं, बल्कि खेत में ही मिला दें : डीसी

पराली की अच्छे ढंग से संभाल के लिए सहकारी सभाओं के पास 1243 कृषि से संबंधित औजार हैं जिन सभाओं ने कृषि औजार के लिए आवेदन दिए हैं उनका 20 सितंबर तक निपटारा किया जाना है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 04:54 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 04:54 PM (IST)
पराली को जलाएं नहीं, बल्कि खेत में ही मिला दें : डीसी
पराली को जलाएं नहीं, बल्कि खेत में ही मिला दें : डीसी

संस, तरनतारन : पराली की अच्छे ढंग से संभाल के लिए सहकारी सभाओं के पास 1243 कृषि से संबंधित औजार हैं, जिन सभाओं ने कृषि औजार के लिए आवेदन दिए हैं, उनका 20 सितंबर तक निपटारा किया जाना है। ताकि पराली की संभाल के लिए कृषि औजारों का जिले के किसान लाभ ले सकें। यह जानकारी डीसी कुलवंत सिंह ने बैठक के दौरान दी। उन्होंने बताया कि पराली की संभाल के लिए कृषि सहकारी सभा, पंचायत विभाग के अलावा, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) अहम भूमिका निभाएगा।

डीसी ने कहा कि कृषि विभाग ने कृषि से संबंधित औजारों के मद्देनजर आई-खेती एप शुरू की है। इसका प्रत्येक किसान को लाभ लेना चाहिए। डीसी ने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी के फलसफे व जीवन से सबक लेकर हमें पराली को खेत में ही मिला देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पराली को खेत में मिलाने से धरती में अन्न पैदा करने की क्षमता बढ़ती है। पराली को खेत में मिलाने से किसानों का यहां समय बचेगा, वहीं आर्थिक तौर पर भी लाभ मिलेगा। इस मौके पर कृषि अधिकारी कुलजीत सिंह सैनी, डीडीपीओ संदीप मल्होत्रा, डीआरओ जसप्रीत सिंह भी मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी