जर्मनी से जुड़े संपर्क सूत्र ढूंढने के लिए आतंकी सरूप को भेजा जेआइसी
आतंकी सरूप सिंह जौहल के तार केवल जर्मनी से ही नहीं बल्कि कनाडा औैर पाक से भी जुड़े साबित हुए हैं।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : गांव कक्का कंडियाला के समीप जन्माष्टमी की रात दो विदेशी हैंड ग्रेनेड के साथ काबू किए गए आतंकी सरूप सिंह जौहल के तार केवल जर्मनी से ही नहीं बल्कि कनाडा औैर पाक से भी जुड़े साबित हुए हैं। शुक्रवार को उसे ज्वाइंट इंटेरोगेशन सेंटर (जेआइसी) में भेज दिया गया है। सूत्र बताते हैं कि नवंबर 2019 में चोहला साहिब क्षेत्र से पकड़े गए चार आतंकियों से संबंधित बाबा बलवंत सिंह के साथ सरूप ने चार बार वाट्सएप पर बातचीत की है। जांच में सामने आया है कि जेल में बैठे आतंकी मोबाइल का आसानी से प्रयोग कर रहे है। हालांकि पुलिस अधिकारी इसपर कुछ कहने लिए तैयार नहीं हैं।
खडूर साहिब हलके के गांव जौहल ढाए वाला निवासी सरूप सिंह जौहल को जेआइसी भेजने से पहले की गई पूछताछ में पता चला कि उसके संबंध खालिस्तान जिदाबाद फोर्स (केजेडएफ) से है। पाकिस्तान में शरण लिए बैठे इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आइएसवाइएफ) के मुखी लखवीर सिंह रोडे से संबंधित तरनतारन जिले के चार स्त्रोत पुलिस के हाथ लगे है। उनके माध्यम से तीन वर्ष में पाक से पंजाब में भेजे गए कुल छह ड्रोन के माध्यम से असले की खेप का मामला भी उजागर हो सकता है। वहीं, एनआइए की टीम ने तरनतारन में स्थायी तौर पर हेड क्वार्टर बना लिया है। क्योंकि आने वाले दिनों में मामले की जांच उसके हवाले की जा रही है। शुक्रवार शाम को एनआइए की टीम ने स्थानीय पुलिस हेडक्वार्टर से कुछ दस्तावेज प्राप्त किए। जो पूर्व आतंकियों, नशा तस्करों, गैंगस्टरों व उनको पनाह देने वालों के साथ जुड़े है। हालांकि एक दिन पहले पुलिस ने राजफाश कर दिया था कि जर्मनी में बैठे आतंकी सूत्रधार द्वारा सरूप सिंह जौहल को वर्चुअल ट्रेनिग और महानगरों में ब्लास्ट करने लिए टीम गठित करने की हरि झंडी दी थी।