पराली अभियान के तहत जिले में तैनात किए गए 506 नोडल अधिकारी व 74 कलस्टर अधिकारी

किसानों को जागरूक करने के लिए जिले में 506 नोडल अधिकारी व 74 कलस्टर अधिकारी तैनात किए गए है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 04:24 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 04:24 PM (IST)
पराली अभियान के तहत जिले में तैनात किए गए 506 नोडल अधिकारी व 74 कलस्टर अधिकारी
पराली अभियान के तहत जिले में तैनात किए गए 506 नोडल अधिकारी व 74 कलस्टर अधिकारी

संस, तरनतारन : जिला प्रशासन द्वारा पराली को जलाने से रोकने व किसानों को जागरूक करने के लिए जिले में 506 नोडल अधिकारी व 74 कलस्टर अधिकारी तैनात किए गए है। यह जानकारी डीसी कुलवंत सिंह धूरी ने जिले के कंबाइन मालिकों व कलस्टर अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए दी।

उन्होंने बताया कि प्रदूषित हो रहे पर्यावरण को बचाने लिए नेशनल ग्रीन ट्रब्यूनल नई दिल्ली द्वारा धान की कटाई के बाद पराली को आग लगाने पर पाबंदी लगाई है और किसान पराली को पशु धन की जरूरतों के लिए इकट्ठा करके संभाल करें या खेतों में ही पराली को मिलाकर अगली फसल के लिए बिजाई की जाए।

उन्होंने कहा कि किसान खेत में जैविक मादा तैयार करने लिए फसलों की वेस्टेज को आग लगाने की बजाये खेतों में जजब कर दें। जिससे अगली फसल में कम खाद्य की जरूरत पड़ेगी। जिले के सैकड़ों किसान ऐसे है जो कई सालों से पराली व नाड़ को खेतों में जजब कर रहे है। उनका तजुर्बा है कि वह कम खर्च करके फसल का अधिक झाड़ लेते है। उन्होंने कंबाइन मालिकों को भी अपील की कि वह कोई भी कंबाइन बिना एसएमएस के खेतों में न चलाई जाए। बिना एसएमएस के कंबाइन चलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा कलस्टर अधिकारियों को पराली को आग लगाने से रोकने के लिए, किसानों को जागरूक करने के लिए कहा है और गांव-गांव लगाए गए नोडल अधिकारियों से तालमेल करके उनके द्वारा भी लोगों को जागरूक किया जाए। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के एसडीओ ने कलस्टर अधिकारियों को बनाई गई नई एप लिए ट्रेनिंग दी।

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