आगजनी की भेंट चढ़ी 125 एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल
जिले में विभिन्न गांवों में आगजनी के कारण किसानों की करीब 125 एकड़ से अधिक जमीन पर खड़ी गेहूं की फसल आग की भेंट चढ़ गई।
जागरण टीम, मूनक/कुपकलां (संगरूर) : जिले में विभिन्न गांवों में आगजनी के कारण किसानों की करीब 125 एकड़ से अधिक जमीन पर खड़ी गेहूं की फसल आग की भेंट चढ़ गई। लहरागागा-मूनक के नजदीकी गांव जलूर व ढींडसा के खेतों में आग लगने से कई एकड़ फसल राख होने से किसानों का 50-60 लाख रुपये का नुकसान हो गया है।
किसानों ने बताया कि वह कंबाइन से गेहूं की फसल काट रहे थे, तभी अचानक गेहूं को आग लग गई। देखते ही देखते आग ने भयानक रूप धारण कर लिया और कई एकड़ फसल जलकर राख हो गई। पीड़ित किसान हरपाल सिंह, कृष्ण सिंह, केवल सिंह ने कहा कि आग से उनका बड़ा नुकसान हो गया है। मौके पर मौजूद थाना प्रमुख लहरा विजयपाल, तहसीलदार सुरिदर सिंह व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सुनाम व जाखल से फायरब्रिगेड की गाड़ी मंगवाकर आग पर काबू डाला गया। इसके किसानों ने भी सहयोग दिया। तहसीलदार सुरिदर सिंह ने कहा कि जलूर में 80 एकड़, गांव ढींडसा में 20 एकड़ फसल का नुकसान होने का अनुमान है। किसानों को मुआवजा दिलाने हेतु पूरी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी।
भाकियू एकता सिद्धूपुर के ब्लाक प्रधान गुरलाल सिंह जलूर, उगराहां के ब्लॉक प्रधान धरमिदर सिंह पिशौर, लखविदर सिंह ने सरकार से लहरा-मूनक के लिए फायरब्रिगेड गाड़ी सहित किसानों को मुआवजा देने की मांग की।
उधर, नजदीकी गांव वजीदगढ़ रोहणों में आग लगने से 25 एकड़ गेहूं की फसल जलकर राख हो गई है। आग लगने के कारण का कोई पता नहीं चल सका। किसानों की मानें तो पहले भी यहां दो बार आग लग चुकी है, जो खेतों में लगे बिजली ट्रांसफार्मर से स्पार्किंग होने से लगी है। नजदीकी गांव के किसानों द्वारा पानी वाले स्प्रे पंप व ट्रैक्टर के जरिए आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक काफी फसल आग से नष्ट हो चुकी थी। बाद में फायरब्रिगेड गाड़ी द्वारा आग पर काबू पाया गया। पीड़ित किसान हरनेक सिंह, बहादर सिंह व लखविदर सिंह ने सरकार से आर्थिक मदद की गुहार लगाई है।