घग्गर में बढ़ने लगा जलस्तर, कमजोर किनारों से किसान भयभीत
मानसून की शुरुआत होते ही घग्गर दरिया का पानी फिर उफान की तरफ बढ़ने लगा है।
अंकुर सिगला, मूनक (संगरूर)
मानसून की शुरुआत होते ही घग्गर दरिया का पानी फिर उफान की तरफ बढ़ने लगा है। घग्गर दरिया की मार से किसानों के माथे पर फिर से चिता की लकीरें आ गई हैं क्योंकि घग्गर के कमजोर किनारे किसी भी समय किसानों की फसलों को बर्बाद कर सकते हैं। वर्षों से बरसात के सीजन में किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद करने वाले घग्गर दरिया का अभी तक कोई ठोस हल नहीं निकल सका। इससे क्षेत्र के हजारों किसानों को एक बार फिर से धान की फसल तबाह होने का डर सताने लगा है। दरिया की सफाई के लिए फंड वगैरह न आने से दूसरे राज्यों से आने वाले पानी से बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। ऐसे में फसल बचाने के लिए किसानों ने अपने दम पर सुरक्षा प्रबंध करने शुरु कर दिए हैं।
घग्गर दरिया क्षेत्र के किसानों के लिए तीन दशकों से श्राप बना हुआ है। प्रत्येक वर्ष बाढ़ आने से दरिया के किनारे टूट जाते हैं। इससे किसानों की फसल तबाह हो जाती है। किसान हर बार सरकार से फंड की उम्मीद लगाते हैं, लेकिन इस बार भी दरिया की सफाई हेतु सरकार द्वारा कोई फंड जारी नहीं किया गया।
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बांध की मरम्मत के लिए दस करोड़ रुपये मंजूर
डिप्टी कमिश्नर रामवीर ने वीरवार को दरिया के आसपास क्षेत्र का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए प्रत्येक प्रबंध कर लिए हैं। बांध की मरम्मत के लिए पंजाब निर्माण के तहत दस करोड़ रुपये मंजूर हो गए हैं। किसी भी कीमत पर किसानों की फसल डूबने नहीं दी जाएगी। एसडीएम आकाश बांसल आइएएस, एक्सिएन ड्रेनेज विभाग गगनदीप सिंह, एसडीओ ड्रेनेज चेतन गुप्ता, बीडीपीओ मूनक सरबजीत कौर, एसडीओ बिजली बोर्ड जोधा राम, घग्गर कमेटी सदस्य मेघ सूरजभैणी के अलावा कुलविदर सिंह, भगवान सिंह, मान सिंह आदि किसान मौजूद रहे। ---------------------- 200 रुपये प्रति एकड़ डालकर कर रहे प्रबंध
मूनक के किसान जंटा सिंह, नरिदर सिंह, जीत सिंह, जरनैल सिंह, सतनाम सिंह ने बताया कि दरिया के नाजुक बांधों की मरम्मत अभी तक नहीं की गई। ऐसे में अपने दम पर दो सौ से पांच सौ रुपये प्रति एकड़ पैसे इकट्ठा करके इन कमजोर बांधों की मरम्मत किसान खुद कर रहे हैं। गत दिनों मूनक टोहाणा सड़क पर बन रहे पुल के आगे घास फंसकर पाइप बंद होने से दर्जनों किसानों की मूंग की फसल डूब चुकी है। ---------------------------
बांध की मजबूती के लिए लोकल प्रशासन मुस्तैद
पूर्व मुख्यमंत्री पंजाब राजिदर कौर भट्ठल ने कहा कि वह घग्गर दरिया के मुद्दे को लेकर हमेशा गंभीर रही हैं। उनकी ओर से 145 करोड़ रुपये पास करवाया गया था जो पंजाब हरियाणा की आपसी लड़ाई के चलते रुक गया। उन्होंने लोकल प्रशासन व डीसी संगरूर से दरिया की मरम्मत हेतु हिदायत की है।
----------------------- - खनौरी में दरिया के पानी का लेवल 741 फीट चल रहा है। जो आने वाले दिनों में 745 तक पहुंचने की आशंका है। दरिया की मरम्मत हेतु तीन एस्टीमेट बनाकर भेजे हैं, लेकिन अब तक कोई फंड नहीं पहुंचा।
--एसडीओ ड्रेनेज विभाग
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पंजाब सरकार को चाहिए था कि बारिश का सीजन शुरू होने से पहले दरिया के बांध को मजबूत बनाया जाता। अब बाढ़ सिर पर पहुंच चुकी है, जिससे किसानों की फसल डूबने का खतरा बढ़ गया है।
--परमिदर सिंह ढींडसा, हलका विधायक ------------------ - आप की सरकार बनने पर समस्या हल करेंगे:-
कांग्रेस सरकार ने दरिया की सफाई के लिए कोई मदद नहीं भेजी। पूर्व मुख्यमंत्री राजिदर कौर भट्ठल व परमिदर सिंह ढींडसा क्षेत्र की दस वर्षों की नुमाइंदगी करने के बावजूद समस्या का हल नहीं निकाल सके। आप की सरकार बनी तो दरिया के मुद्दे को पहल के आधार पर हल किया जाएगा। --जसवीर सिंह कुदनी, आप नेता