शिक्षामंत्री की कोठी पर लगाए दो जवाब, कैप्टन साब के बैनर
पंजाब सरकार द्वारा चुनाव के समय घर-घर रोजगार व बेरोजगारी भत्ते देने के वादे को पूरा करवाने के लिए बेरोजगार सांझे मोर्चे द्वारा गत चार वर्षों से चल रहा रोजगार प्राप्ति संघर्ष अपनी चरमसीमा पर है।
जागरण संवाददाता, संगरूर
पंजाब सरकार द्वारा चुनाव के समय घर-घर रोजगार व बेरोजगारी भत्ते देने के वादे को पूरा करवाने के लिए बेरोजगार सांझे मोर्चे द्वारा गत चार वर्षों से चल रहा रोजगार प्राप्ति संघर्ष अपनी चरमसीमा पर है। गत चुनाव के दौरान जहां बेरोजगारों ने रोजगार नहीं वोट नहीं मुहिम चलाई थी, वहीं अब आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए अन्य वर्गों की तरह शिक्षा व सेहत के बेरोजगारों द्वारा बेरोजगार सांझे मोर्चे की अगुआई में राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलकर सरकार से हिसाब मांगना शुरू कर दिया है। शिक्षा मंत्री की कोठी समक्ष दो जवाब, कैप्टन साब के बैनर लगाए गए।
बेरोजगार सांझे मोर्चे के नेता सुखविदर सिंह ढिलवां ने बताया कि बेरोजगार करीब साढ़े पांच महीने से शिक्षामंत्री की कोठी समक्ष पक्का धरना लगाकर बैठे है, लेकिन मंत्री ने कोठी आना ही छोड़ दिया है। इसलिए अब सरकार का बायकाट करने वाले बैनर अपने घरों समक्ष लगाकर बेरोजगारों पर किए जुल्म का हिसाब मांगना आरंभ हो गया है। संघर्ष की शुरुआत में हरीगढ में जसवंत सिंह, अवतार सिंह, लोंगोवाल में मोर्चे के नेता कुलवंत सिंह व राज्य नेता सुखविदर सिंह ढिलवां ने बैनर लगाकर विरोध शुरु कर दिया है, वहीं भवानीगढ में गगनदीप कौर, संगरूर में प्रितपाल कौर, अवतार सिंह, जसवंत सिंह ने सरकार को वंगार डाल दी है। इस दौरान सरकार से पिछली लोकसभा चुनाव की तरह घेरकर सवाल किए जाएंगे। मौके पर संदीप सिंह, रविदर सिंह, त्रिलोचन सिंह आदि उपस्थित थे।