ट्रक यूनियनों की बहाली के लिए सड़कों पर उतरे ट्रक मालिक व चालक
आल पंजाब ट्रक आपरेटर एकता की अगुआई में ट्रक आपरेटरों ने अपनी मांगों की पूर्ति के लिए शुक्रवार को जिले भर में विभिन्न जगहों पर 11 बजे से तीन बजे तक नेशनल व स्टेट हाईवे पर धरने लगाकर आवाजाही ठप की।
जागरण टीम, संगरूर : आल पंजाब ट्रक आपरेटर एकता की अगुआई में ट्रक आपरेटरों ने अपनी मांगों की पूर्ति के लिए शुक्रवार को जिले भर में विभिन्न जगहों पर 11 बजे से तीन बजे तक नेशनल व स्टेट हाईवे पर धरने लगाकर आवाजाही ठप की। संगरूर-सुनाम रोड पर दशमेश ट्रक यूनियन संगरूर के समूह ट्रक आपरेटरों ने धरना लगाकर रोष प्रदर्शन किया। ट्रक आपरेटरों ने मांग की कि सरकारी टेंडरों में उन्हें ठेकेदार व दलालों से राहत प्रदान की जाए।
पंजाब सरकार दोबारा ट्रक यूनियनों को दोबारा से बहाल करें, ताकि ट्रक चालक, मालिक व आपरेटरों के लाखों परिवारों को राहत मिल सकें। प्रदर्शनकारियों ने पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आल पंजाब ट्रक एकता के जिला प्रधान अजय सिगला की अगुआई अधीन ट्रक आपरेटरों ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 2017 में सत्ता संभालते ही ट्रक यूनियनों को भंग करके गरीब लोगों के पेट पर लात मारी है। ठेकेदारी सिस्टम लागू करके पिछले लंबे समय से ट्रकों से अपने परिवार का पेट पाल रहे ट्रक मालिकों व उनसे जुड़े हुए ट्रक चालकों के घरों के चूल्हे भी ठंडे पड़े हैं। लोड व अनलोड के समय सिर न किए जाने से कारण भी ट्रक मालिकों का नुकसान होता है। लागू किया गया टैक्स आपरेटरों से वसूली की जा रही है, जबकि ट्रांसपोर्ट पालिसी 2021-22 में इसे खत्म किया गया था। मांगों की पूर्ति के लिए मुख्यमंत्री चऱणजीत सिंह चन्नी को धरना लगाकर संकेतन चेतावनी दी गई है, यदि इसके बाद भी मांगों पर गौर न की गई तो संघर्ष तेज किया जाएगा। चक्का जाम कारण आम लोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ी
राणा शेरगिल, लखविदर सिंह लक्खी, जसविदर सिंह आदि उपस्थित थे। उधर, सुनाम में ट्रक यूनियनों की बहाली की मांग को लेकर ट्रक, ट्राला, कैंटर मालिकों व चालकों ने प्रधान करमिदरपाल सिंह टोनी धालीवाल के नेतृत्व अधीन आइटीआइ चौक में धरना देकर चक्का जाम किया। ट्रक आपरेटरों द्वारा चार घंटे तक किए गए चक्का जाम कारण आम लोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ी।
ट्रक यूनियनों को बिना देरी बहाल किया जाए
प्रधान टोनी धालीवाल, दारा सिंह कोकोमाजरी, संत सिंह व हरजीत सिंह मौड़ ने कहा कि कैप्टन अमरिदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा राज्य में ट्रक यूनियनों को भंग करके ट्रकों वालों को भूखे मरने के लिए मजबूर कर दिया है। पंजाब सरकार की गलत नीतियों के कारण आज राज्य के लोग सड़कों पर आकर धरने प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की गलत नीतियों के कारण इंडस्ट्री अन्य राज्यों में शिफ्ट हुई है, जबकि इसके लिए ट्रक यूनियनों को जिम्मेवार ठहराया गया था, जिसका सच्चाई से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। धरनाकारियों ने चन्नी सरकार से मांग की कि भंग की ट्रक यूनियनों को बिना देरी बहाल किया जाए। इस मौके गुरमीत सिंह लंबा, विक्की प्रधान, तरसेम सिंह काका व अन्य ट्रक मालिक चालक मौजूद थे।