तीन वर्षों से रेलवे लाइन का काम अधूरा, 12 गांवों के लोगों में रोष

नजदीकी गांव मतोई में गत तीन वर्षों से चल रहे रेलवे लाइन के कार्य के दौरान करीब 12 गांव के लोग सही रास्ता न मिलने से प्रभावित हो रहे हैं। उन्हें दूर के रास्ते से होकर आना जाना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 04:47 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 04:47 PM (IST)
तीन वर्षों से रेलवे लाइन का काम अधूरा, 12 गांवों के लोगों में रोष
तीन वर्षों से रेलवे लाइन का काम अधूरा, 12 गांवों के लोगों में रोष

संवाद सहयोगी, मालेरकोटला

नजदीकी गांव मतोई में गत तीन वर्षों से चल रहे रेलवे लाइन के कार्य के दौरान करीब 12 गांव के लोग सही रास्ता न मिलने से प्रभावित हो रहे हैं। उन्हें दूर के रास्ते से होकर आना जाना पड़ रहा है।

गांव को मालेरकोटला-लुधियाना मुख्य मार्ग से जोड़ने वाली सड़क का रास्ता बारिश की वजह से मिट्टी के तौंदें गिरने से बंद हो गया है। इससे आम लोगों व किसानों को खेत आने जाने में भारी परेशानी हो रही है।

गांव के जगदेव सिंह, बलविदर सिंह, बचन सिंह, टहल सिंह पंच ने कहा कि प्रशासन व ठेकेदार द्वारा रेलवे लाइन के चलाए जा रहे काम के दौरान बारिश के मौसम में एक दर्जन गांव का संपर्क मालेरकोटला-लुधियाना मुख्य मार्ग से टूट जाता है। स्कूल जाने वाले छात्र जान जोखिम में डालकर स्कूल जाते हैं। किसानों को दूर के रास्ते से आना जाना पड़ता है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द गांव निवासियों के लिए उचित रास्ते का प्रबंध न किया तो रेलवे लाइन पर धरना लगाया जाएगा। रेलगाड़ियां आगे नहीं बढ़ने दी जाएंगी।

बलविदर सिंह, जरनैल सिंह, अमरीक सिंह, जगरूप सिंह, जसबीर सिंह, सिकंदर सिंह, करनैल सिंह आदि उपस्थित थे। संबंधित अधिकारी ने कहा कि जमा हुआ पानी व मिट्टी हटाई जा रही है। काम पूरा होने में तीन महीने लगेंगे।

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