मूनक में अधूरा रजबाहा ओवरफ्लो, वार्ड दस की गलियों में भरा पानी
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट व छप्पड़ के पास अधूरे बने रजबाहे का पानी छप्पड़ में पड़ने व इलाके में हुई बरसात से छप्पड़ ओवरफ्लो हो गया है।
संवाद सूत्र, मूनक (संगरूर)
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट व छप्पड़ के पास अधूरे बने रजबाहे का पानी छप्पड़ में पड़ने व इलाके में हुई बरसात से छप्पड़ ओवरफ्लो हो गया है। इसके चलते शहर के वार्ड-दस की गलियों में पानी भर गया। इसके अलावा जाखल- मूनक मेन रोड पर पानी जमा हो जाने से राहगीरों को परेशान का सामना करना पड़ा।
समाजसेवी मनीश जैन ने कहा कि अगर शहर में बना सीवरेज सिस्टम सुचारू ढंग से चलता होता तो शहर के पानी की निकासी संबंधी कोई परेशानी नहीं आनी थी। सीवरेज अधिकारियों के अनुसार यह सीवरेज सिस्टम की जिम्मेदारी नगर पंचायत मूनक की बनती है। दूसरी ओर नगर पंचायत मूनक इस जिम्मेदारी से भाग रही है, जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि रात के समय सीवरेज के खुले पड़े मैनहोल में एक सांड गिर गया था, जिसे समाज सेवियों ने बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला। इसके अलावा बरसात का पानी श्री कृष्ण गोशाला, जैन समाधियों में दाखिल हो गया। गोशाला के श्मशानघाट की दीवार गिर गई। पानी भी अंदर दाखिल हो गया। जब इस संबंधी नहरी विभाग के एसडीओ अमृतपाल से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि गांव जलूर के पास बना साइफन को हम पक्के तौर पर बंद नहीं कर सकते। कोई न कोई जरूरतमंद उसे खोल जाता है। इसी कारण रजबाहे में बार-बार पानी जा रहा है। विभाग के पास इस साइफन की निगरानी के लिए कोई कर्मचारी नहीं है।