एकजुटता से ही विद्यार्थी एवं नौजवानों के मसले हल होंगे

पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन (रंधावा) द्वारा विद्यार्थी मुद्दों को लेकर संगरूर के जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स के समक्ष राज्य स्तरीय रैली की गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 06:06 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 06:06 PM (IST)
एकजुटता से ही विद्यार्थी एवं नौजवानों के मसले हल होंगे
एकजुटता से ही विद्यार्थी एवं नौजवानों के मसले हल होंगे

जागरण संवाददाता, संगरूर

पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन (रंधावा) द्वारा विद्यार्थी मुद्दों को लेकर संगरूर के जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स के समक्ष राज्य स्तरीय रैली की गई। इसमें विभिन्न जिलों के कालेजों से संबंधित विद्यार्थी शामिल हुए।

पीएसयू (रंधावा) के प्रांतीय संगठनात्मक सचिव होशियार सिंह ने बताया कि विद्यार्थियों-नौजवानों का मुद्दा चुनावों के इस सीजन में पंजाब की चन्नी सरकार समेत किसी भी सियासी पार्टी के ध्यान में ही नहीं है। विद्यार्थी एवं नौजवानों के मसलों को कोई भी अपने चुनाव मनोरथ पत्रों एवं अपनी घोषणाओं में स्थान देने को तैयार नहीं है। इसलिए विद्यार्थियों को एकजुट होकर अपने हकों के लिए संघर्ष करना चाहिए। विद्यार्थी नेता ने मांगों का जिक्र करते हुए कहा कि सभी सरकारी यूनिवर्सिटियों एवं कालेजों की कुल वित्तीय जिम्मेवारियां पंजाब सरकार उठाए, नई शिक्षा नीति के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पास किया जाए, प्राइवेट यूनिवर्सिटी खोलने की नीति रद की जाए, कालेजों में खाली व अन्य आवश्यक अध्यापन व अन्य स्टाफ की पोस्टों पर तुरंत पक्की भर्ती की जाए व बेरोजगार नौजवानों को योग्यता के अनुसार रोजगार दिया जाए।

उन्होंने कहा कि विद्यार्थी संगठनों द्वारा पिछले समय के दौरान किए गए संघर्षों का ही परिणाम है कि मुख्यमंत्री व वित्त मंत्री पंजाब द्वारा पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला में जाकर यूनिवर्सिटी सिर चढ़े डेढ़ सौ करोड़ रुपये के कर्ज को खत्म किया गया व मासिक ग्रांट में बढ़ौतरी की गई।

विद्यार्थी नेता अमितोज मौड़ ने कहा कि हमें असल मुद्दों की पहचान करनी चाहिए और संगठित होकर हाकमों पर दबाव बनाना चाहिए। रैली में कोमल खनौरी, पीयूपी से विद्यार्थी नेता बलविदर सिंह सोनी, जत्थेबंदी के प्रांतीय नेता रविदर सवेवाला, गगन दबड़ीखाना, सहयोगी संगठनों से नौजवान भारत सभा के नेता अश्वनी घुद्दा, पीएसयू ललकार से गुरप्रीत जस्सल, बीकेयू एकता (उगराहां) से गोबिदर सिंह मंगवाल, गैस्ट फैकलटी प्रोफैसर्स एसोसिएशन से सुखचैन सिंह ने भी संघर्ष के पक्ष में अपने विचार पेश किए। मंच संचालन विद्यार्थी नेता रमन सिंह कालाझाड़ ने संभाला। अंत में जत्थेबंदी द्वारा 30 नवंबर से तीन दिसंबर तक विश्व व्यापार संस्था (डब्ल्यूटीओ) की कान्फ्रैंस के दौरान पंजाब के कालेजों में संस्था के विरोध में बैठकें, रैलियां व पुतला दहन प्रदर्शन करने का आह्वान किया गया।

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