संघर्ष पर डटे रहे डाक्टर, अस्पताल के समक्ष सरकार खिलाफ की नारेबाजी
छठे वेतन आयोग में संशोधन की मांग को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे डाक्टरों की हड़ताल शनिवार को भी जारी रही।
संवाद सूत्र, संगरूर
छठे वेतन आयोग में संशोधन की मांग को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे डाक्टरों की हड़ताल शनिवार को भी जारी रही। डाक्टरों ने सरकारी ओपीडी पर्ची पर मरीजों को दवा लिखने की बजाए, संगठन की पर्ची पर ही दवाएं लिखीं। अपने स्तर पर दवाएं भी मरीजों को मुहैया करवाई। साथ ही एलान किया कि अगर उनकी मांगों को पूरा न किया गया तो अगले दिनों में संघर्ष को तेज किया जाएगा। डाक्टरों ने सिविल अस्पताल के गेट पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करके रोष प्रदर्शन किया।
हड़ताल के दौरान पंजाब स्टेट वेटरनरी अफसर एसोसिएशन, पीसीएमएस एसोसिएशन डेंटल, आयुर्वेदिक मेडिकल अफसर एसोसिएशन व रूरल मेडिकल अफसर एसोसिएशन द्वारा बनाई सांझी ज्वाइंट पंजाब गवर्मेंट डाक्टर्स कोआर्डिनेशन कमेटी द्वारा शनिवार को जिले के सभी अस्पतालों में ओपीडी, वैक्सीनेशन, आनलाइन रिपोर्टिंग व दूसरी सेवाओं का मुकम्मल बायकाट किया व अस्पताल परिसर में पैरलल ओपीडी चलाई गई। सिविल पशु अस्पताल संगरूर में धरना लगाकर रैली की गई। इस उपरांत छठे वेतन आयोग की कापियां फूंककर नारेबाजी की।
डा. वीरइंद्र सिंह, डा. अमनप्रीत कौर खंगूड़ा, डा. यादविदर सिंह संधू, डा. राहुल, डा. हरबंस सिंह भिडर व डा. रवि मदान ने कहा कि छठे वेतन आयोग में एनपीए को पच्चीस प्रतिशत से घटाकर बीस प्रतिशत करना ज्यादती है। उन्होंने मांग की कि छठे वेतन आयोग में कम किए एनपीए को तेतीस प्रतिशत किया जाए, महामारी में लड़ने वाले डाक्टरों को स्पैशल भत्त, एनपीए को प्राथमिक वेतन का हिस्सा मानकर पैंशन व वेतन दिया जाए। डा. सुरिदर अहूजा, डा. गगन बजाज, डा. इंद्रजीत सिगला, डा. जगमोहन सिंह, डा. पीएस कलेर, डा. रवनीक सिंह, डा. गगनदीप सिंह, डा. शिवइंद्र पाल, डा. रमनदीप, डा. दिलप्रीत कौर , डा. दिपांती, डा. पूनम धीर, डा. दिनेश, डा. खुशविदर बातिश, डा. रमन, डा. उमेश पाहवा, डा. गुरबचन सिंह आदि उपस्थित थे।