डाक्टर पर लगाया इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप, किसानों ने लगाया धरना
शहर के एक निजी नर्सिंग होम की गायनी डाक्टर पर नजदीकी गांव दुग्गां के परिवार ने महिला के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए संयुक्त किसान मोर्चा की अगुआई में अस्पताल के समक्ष धरना लगाया।
जागरण संवाददाता, संगरूर
शहर के एक निजी नर्सिंग होम की गायनी डाक्टर पर नजदीकी गांव दुग्गां के परिवार ने महिला के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए संयुक्त किसान मोर्चा की अगुआई में अस्पताल के समक्ष धरना लगाया।
पीड़िता के स्वजनों ने आरोप लगाया का डाक्टर की अनदेखी की वजह से गर्भवती महिला का गर्भपात करवाना पड़ा। शाम तक अस्पताल के समक्ष किसानों का मोर्चा जारी रहा। वहीं किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है।
पीड़ित परिवार के सदस्य शगनदीप सिंह ने बताया कि गत माह उसके रिश्तेदार की पत्नी को अचानक पेट में दर्द की परेशानी पेश आई तो वह शहर के एक निजी नर्सिंग होम पर गायनी डाक्टर से इलाज करवाने के लिए पहुंचे। डाक्टर ने महिला को दवा देकर भेज दिया। दवा लेने के बाद भी कोई राहत नहीं मिली तो वह कुछ दिन बाद दोबारा डाक्टर के पास पहुंचे, जहां डाक्टर ने पीड़िता का अल्ट्रासाउंड करवाकर लाने को कहा, परिजन अल्ट्रासाउंड करवाकर पहुंचे तो डाक्टर ने बताया कि महिला की बच्चेदानी में मां की बनी रसोैली है। इसका चार माह तक इलाज चलेगा व दवा देकर भेज दिया। दवा लेने के बाद महिला की हालत गंभीर हो गई। इसके बाद वह शहर की एक अन्य डाक्टर के पास सलाह लेने के लिए पहुंचे तो वहां डाक्टर ने दोबारा से अल्ट्रासाउंड करवाया, जिसमें डाक्टर ने बताया कि महिला 35 दिन की गर्भवती थी। दवा के सेवन के बाद महिला के गर्भ में पल रहा बच्चा खराब हो गया है। ऐसे में गर्भपात करवाना अति जरूरी है। मजबूरन उन्हें पीड़िता का गर्भपात करवाना पड़ा, ताकि पीड़िता की जान बच सके। उन्होंने आरोप लगाया कि महिला डाक्टर ने इलाज दौरान लापरवाही बरती है और लापरवाही के कारण गर्भवती महिला के बच्चे का भी नुकसान हुआ है। किसान कार्यकर्ता ने डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
------------------- इलाज के दौरान किसी प्रकार की लापरवाही नहीं हुई है। परिवार द्वारा लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं।
--महिला डाक्टर के पति