मालेरकोटला को जिला बनाने की खुशी में गदगद हुआ आवाम
ईद के पवित्र पर्व पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह द्वारा मालेरकोटला को राज्य का 23वां जिला एलान किए जाने पर मालेरकोटला निवासियों में खुशी पाई जा रही है।
भूपेश जैन, मालेरकोटला (संगरूर) : ईद के पवित्र पर्व पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह द्वारा मालेरकोटला को राज्य का 23वां जिला एलान किए जाने पर मालेरकोटला निवासियों में खुशी पाई जा रही है। मालेरकोटला व आसपास के सब डिवीजनों को अपने काम करवाने के लिए जिला संगरूर जाना पड़ता था और अब मालेरकोटला के जिला बन जाने से लोगों को बड़ा फायदा होगा। मालेरकोटला की तरक्की के लिए नई राह खुलेगी। इस संबंधी मालेरकोटला के विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों द्वारा अपने विचार व्यक्त किए गए हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र में होगा बड़ा फेरबदल : एसएमओ सरकारी अस्पताल के एसएमओ डा. मोहम्मद अख्तर ने कहा कि मालेरकोटला के जिला बनने से सरकारी अस्पताल में मेडिकल सुविधा में बढ़ोतरी होगी। जिले में सिविल सर्जन की तैनाती होगी। लोगों को मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने के लिए संगरूर जाना पड़ता था। फूड सेफ्टी एक्ट इंस्पेक्टर व ड्रग इंस्पेक्टर की तैनाती से लोगों की राह आसान हो जाएगी। वहीं सरकारी अस्पताल में केवल 100 बेड हैं। जिला बनने पर 200 बैड हो जाएंगे, जिसे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। संगरूर जाने से मिलेगा छुटकारा, समय व पैसे की होगी बचत : धीमान केएस एग्रो इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर गुरदीप सिंह धीमान ने कहा कि जिला बनने से मालेरकोटला इंडस्ट्री को काफी फायदा होगा। अब उन्हें इंडस्ट्री की किसी भी प्रकार की परमिशन लेने, मशीनों के टेंपरेरी नंबर लगवाने आरटीओ कार्यालय और हेल्थ संबंधी संगरूर जाना पड़ता है। इससे उनका समय व पैसे दोनों खराब होते थे। इसके अलावा अधिकारी न मिलने से मानसिक परेशानी होती थी। परन्तु अब मालेरकोटला जिला बनने से इंडस्ट्री को बड़ी राहत मिलेगी। इलाके की इंडस्ट्री को तरक्की के लिए नया उछाल मिलेगा। अधिकारियों की नियुक्ति से लोगों का काम होगा आसान पंजाब वक्फ बोर्ड के पूर्व सदस्य व सीनियर कांग्रेसी नेता साहिबजादा नदीम अहमद खान ने कहा कि जिला बनने से मालेरकोटला व आसपास के प्रत्येक वर्ग की समस्याएं हल होंगी। पहले लोगों को डीसी व एसएसपी से काम के सिलसिले में संगरूर जाना पड़ता था, लेकिन जिले में इन अधिकारियों की नियुक्ति से अब वह काम आसान हो जाएगा। जिला बनने की मूवमेंट सबसे पहले उनके पिता हाजी अनवार अहमद खान ने लोगों व वकीलों के सहयोग से वर्ष 1994 में शुरू की थी। कई बार धरने प्रदर्शन भी करने पड़े। 1995 में उनकी मौत होने से मूवमेंट दब गई थी, जिसे दोबारा कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना द्वारा जिले का दर्जा दिलाकर पूरा कर दिया है।
मालेरकोटला की तरक्की का रास्ता खुला : शमशाद
एसएच बोर्ड पंजाब के सदस्य व रिटायर्ड डीआर शमशाद अली ने रजिया सुलताना का धन्यवाद करते कहा कि जिला बन जाने से मालेरकोटला की तरक्की का रास्ता खुल गया है। अब सरकारी कार्यालय जिला स्तर पर स्थापित होंगे और इसके दायरे में आने वाली सब डिवीजनों के लोग अपने काम मालेरकोटला आकर करवाएंगे। इसके अलावा मालेरकोटला के व्यापार में बढ़ोतरी होगी। जिला बनाए जाने पर मालेरकोटला की आवाम हमेशा रजिया सुल्ताना व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह की अहसानमंद रहेगी।