पारा 42 डिग्री सेल्सियस, लू का कहर, सड़कों पर सन्नाटा
मई के अंत में गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। दिनभर लोगों को चिलचिलाती गर्मी झेलने पड़ रही है।
जागरण संवाददाता, संगरूर
मई के अंत में गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। दिनभर लोगों को चिलचिलाती गर्मी झेलने पड़ रही है। संगरूर का तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। बेशक शनिवार रात तेज आंधी के साथ ही घने बादलों ने इलाके में दस्तक दी, लेकिन तेज हवाओं के साथ ही बादल भी उड़ गए। बरसात की उम्मीद लगाई जा रही थी, लेकिन इलाके में बरसात न होने के कारण गर्मी का प्रकोप जारी है। शनिवार रात का तापमान भी 31 डिग्री सेल्सियस तक रहा है। ऐसे में साफ है कि दिन से रात तक भी लोगों को गर्मी से कोई राहत नहीं है। दिनभर चलते लू के थपेड़ों से लोग बेहद परेशान हैं।
रविवार के लाकडाउन के कारण बेशक बाजार बंद रहे, लेकिन गर्मी के कारण फिर भी सड़कों पर पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहा। उल्लेखनीय है कि पिछले पांच दिन से लगातार दिन प्रतिदिन तापमान चढ़ रहा है। रविवार को तापमान 42 डिग्री तक पहुंच गया। ऐसे में गर्मी ने लोगों को तिलमिलाने पर मजबूर कर दिया। मौसम विभाग द्वारा अगले दिनों में हल्की बरसात की संभावना जताई गई थी, लेकिन अभी तक इलाके में बरसात का नामोनिशान नहीं है। दोपहर के समय कड़ी धूप के कारण सड़कें भी तप उठी हैं। लगातार चल रही लू किसी के लिए भी खतरा बन सकती है, क्योंकि इससे सेहत खराब हो सकती है। ऐसे में लू में निकलने से गुरेज करें व घर से बाहर निकलते समय अपने शरीर को पूरी तरह से ढककर रखें, ताकि लू का असर न हो। अधिक से अधिक पानी का सेवन किया जाना चाहिए। अधिक समय तक भूखे पेट न रहें व कुछ समय के बाद हल्की चीजों का सेवन अवश्य करें।
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लू से करें अपना बचाव, तेज धूप में न निकलें
सिविल अस्पताल के डा. रविदर नाथ का कहना है कि गर्मी लगातार बढ़ रही है। ऐसे में तेज धूप में निकलने से पूरी तरह से गुरेज किया जाना चाहिए। अगर किसी कारण घर से बाहर निकलते हैं तो हल्के व खूले कपडे़ पहनें व अपने शरीर को पूरी तरह से ढककर रखें। गर्मी के कारण काफी पसीना निकलता है, इसलिए पर्याप्त पानी पीते रहें। हो सकें तो ग्लूकोज या ओआरएस को पानी में घोलकर पीते रहें। ------------------------ धूप में जाते समय बरतें यह सावधानियां धूप में निकलते समय छाते का प्रयोग करें, सफर से पहले, मध्य व बाद में खूब पानी पीएं। कुछ देर सफर करने के बाद छांव में आराम करें। गिला कपड़ा अपने सिर व गर्दन पर रखें। जब कपड़ा सूख जाए तो इसे दोबारा ठंडे पानी से गिला कर लें। मुंह सूखने व प्यास लगने पर समझ लें कि आपके शरीर में पानी की कमी हो रही व ऐसे में ग्लूकोज, शिकंजवी या जूस सहित साधारण पानी का सेवन किया जाना चाहिए।