गांव की जमीन बचाने पर सरपंच को किया सम्मानित

नजदीकी गांव घराचों में ग्रामीणों ने गांव की 23 एकड़ जमीन कारपोरेट कंपनियों के हाथों से जाने से बचाने पर सरपंच (मुअत्तल) गुरमेल सिंह को सम्मानित किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 05:53 PM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 05:53 PM (IST)
गांव की जमीन बचाने पर सरपंच को किया सम्मानित
गांव की जमीन बचाने पर सरपंच को किया सम्मानित

संवाद सूत्र, भवानीगढ़ (संगरूर)

नजदीकी गांव घराचों में ग्रामीणों ने गांव की 23 एकड़ जमीन कारपोरेट कंपनियों के हाथों से जाने से बचाने पर सरपंच (मुअत्तल) गुरमेल सिंह को सम्मानित किया। उक्त सरपंच को गत माह मुअत्तल कर दिया गया है। जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी घराचों, भारतीय किसान यूनियन डकौदा ईकाई घराचों, भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के नेता व सदस्य विशेष रूप से पहुंचे। उन्होंने गांव के सरपंच गुरमेल सिंह सहित पंचायत सदस्य बलविदर सिंह, वीरपाल कौर, रणजीत कौर, जसवीर कौर, रमनदीप कौर को सम्मानित कर धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि 30 सितंबर को ग्राम सभा की बैठक में 11 सदस्यों, सरपंच व ग्राम सभा के सदस्यों ने पीपीपी मोड़ के तहत बनने वाले मेडिकल कालेज के खिलाफ प्रस्ताव डाला था, लेकिन 12 अक्टूबर को ग्राम पंचायत के छह सदस्यों ने सभा के प्रस्ताव के उलट जाकर मेडिकल कालेज बनने के हक में वोट डाल दी, जबकि सरपंच व बाकी पांच सदस्यों ने इसके विरोध में वोट डाल दी। दोनों तरफ बराबरी होने से प्रस्ताव पास न हो सका, लेकिन बीडीपीओ भवानीगढ़ ने अपने अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए अपने पास से पंचायती जमीन का खेवट नंबर, खसरा नंबर व रकबा 23 एकड़ 7 मरले का लिखकर उच्च अधिकारियों को जमीन की मलकियत तब्दील करने हेतु लिख दिया। उसी दिन इंतकाल मंजूर करवा दिया। इसके बाद सरपंच गुरमेल सिंह ने गांव निवासियों व ग्राम पंचायत सदस्यों के कहने पर माननीय पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में केस कर जमीन वापस करवा ली, जिसकी वजह से बेशक पंचायत को जमीन वापस मिल गई, लेकिन सत्ताधारी पक्ष की शह पर विभाग ने एक अन्य जमीन के ठेके की रकम जमा न करवाने के मामले में फंसाकर सरपंच को मुअत्तल कर दिया।

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