विभाग का कोरोना पर फोक्स, डेंगू, मलेरिया का खतरा बरकरार

सुखदेव सिंह संगरूर कोरोना महामारी के अलावा बरसात का मौसम भी आ पहुंचा है। मच्छरजनित रोग

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 05:11 PM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 05:11 PM (IST)
विभाग का कोरोना पर फोक्स, डेंगू, मलेरिया का खतरा बरकरार
विभाग का कोरोना पर फोक्स, डेंगू, मलेरिया का खतरा बरकरार

सुखदेव सिंह, संगरूर

कोरोना महामारी के अलावा बरसात का मौसम भी आ पहुंचा है। मच्छरजनित रोगों के बढ़ने का खतरा ज्यादा है, क्योंकि इस बार विभाग कोरोना पर नियंत्रण पाने में व्यस्त है। मलेरिया, डेंगू जैसी बीमारियों से लड़ने की तैयारियां पूरी नहीं कर पा रहा है। डेंगू व मलेरिया की रोकथाम हेतु बेशक दवा का छिड़काव व फॉगिग का समय आ गया है, लेकिन विभाग की सुस्ती अभी बरकरार है।

एमपीएचडब्ल्यू यादविदर सिंह ने बताया कि अगर किसी के घर से डेंगू का लारवा मिलता है उस घर में भी दवा का छिड़काव कराया जाता है। विभाग द्वारा दवा का छिड़काव करवाने के लिए 1 जुलाई से अप्रूवल मिल चुकी है। बरसात से पहले लोगों को जागरूक करने के लिए मुनादी करवाने, शुक्रवार को ड्राई डे मनाने, ग्रुप बैठकें करने सहित अन्य तैयारियां की जा रही हैं। अगर कहीं डेंगू का लारवा मिलता है तो टीफोरस, बीटीआइ एएस, बीटीआइ डब्ल्यूपी दवा का छिड़काव किया जाता है। पिछले वर्ष मई से नवंबर के अंत तक विभाग द्वारा 250 चालान काटे थे। चेकिग अभियान तेजी से जारी है।

डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया ग्रस्त मरीजों में कोरोना के लक्षण वाले मामलों पर स्टडी जारी: डॉ. उपासना बिद्रा डॉ. उपासना बिद्रा ने बताया कि अगर मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया ग्रस्त व्यक्ति को कोरोना होता है तो मरीज के बचने के कितने आसार हैं इसके बारे में कहना अभी मुश्किल है। लोग बरसात के मौसम से पहले ही घरों में मच्छरों के होने का खास ख्याल रखें। घर में कहीं भी पानी को जमा न होने दें। पानी को ढक कर रखें।

डेंगूं के पिछले वर्षों दौरान सामने आए मामले

ब्लाक 2016 2017 2018 2019

संगरूर 158 160 682 170

मालेरकोटला 28 111 201 73

सुनाम 27 24 28 02

धूरी 30 51 63 15

फतेहगढ 45 30 45 29

अमरगढ 06 13 44 09

शेरपुर 208 20 118 23

भवानीगढ 30 97 102 25

लोंगोवाल 29 46 215 54

कोहरिया 17 12 111 17

मूनक 08 63 95 09

कुल मामले 586 627 1704 426 ---------------

पिछले वर्ष के दौरान डेंगू के कारण हुई मौतों का आंकड़ा:

इन वर्षों में मलेरियां व चिकनगुनिया का कोई मामला सामने नहीं आया।

2016 में कोई मौत नहीं

2017 में 01

2018 में 04

2019 में कोई मौत नहीं

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