बरसाती नाला बना किसानों के लिए परेशानी का सबब
मूनक (संगरूर) इलाके की झंबो दरिया के नाम से जाना जाता बरसाती नाला इन दिनों ओवरफ्लो हो रहा है।
संवाद सूत्र, मूनक (संगरूर)
इलाके की झंबो दरिया के नाम से जाना जाता बरसाती नाला इन दिनों किसानों के लिए मुसीबत बन गया है। इस नाले में पटियाला जिले समेत सैकड़ों गांव का बरसाती पानी घग्गर दरिया में चांदू हेड में गिरता है। नाले किनारे खेती करने वाले किसान कृष्ण कुमार, बलकार सिंह, जगतार सिंह, रामदीया सिंह ने बताया कि यह बरसाती नाला घग्गर दरिया में पड़ता है। जब बरसात से घग्गर दरिया का स्तर बढ़ जाता है तो रेगुलेटरी सिस्टम के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं, जिससे बरसाती नाले के बांध टूट जाते हैं और सैकड़ों एकड़ फसल तबाह हो जाती है। गत पंद्रह वर्षों से इस नाले के तीन चार स्थानों पर सौ फीट से अधिक चौड़ी दरारे पड़ी हुई हैं। ऐसे में अगर बरसात अधिक होती है तो इन छरारों से बंगा, बुशैहरा, चांदू, मंडवी, मकोरड़ साहिब, हमीरगढ़, सलेमगढ़ की हजारों एकड़ फसल डूबने का खतरा बढ़ जाता है। परन्तु बरसात शुरू होने के बावजूद ड्रेनेज विभाग द्वारा अभी तक इन दरारे को नहीं भरा गया है। किसानों ने मुख्यमंत्री पंजाब व प्रशासन से मांग की कि वह नाले में पड़ी दरारों को तुरंत बंद करवाएं, ताकि किसानों की फसल बच सके। उन्होंने बताया कि कई बार उच्च अधिकारियों को इस संबंधी अवगत करवाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस संबंधी ड्रेनेज विभाग के एक्सईएन गगनदीप सिंह गिल ने फोन पर बताया कि दरारों वाली साइड के किसान दरार बंद करने की मांग कर रहे हैं, जबकि दूसरी साइड के किसान दरारें बंद न करने की जिद पर अड़े है। ऐसे में वह उच्च अधिकारियों के आदेश के बगैर कुछ नहीं कर सकते हैं।