पनबस व पीआरटीसी के कच्चे मुलाजिमों ने की गेट रैली
पंजाब रोडवेज पनबस कांट्रेक्ट वर्कर यूनियन पंजाब व पीआरटीसी के अधिकारियों ने बैठक की।
जागरण संवाददाता, संगरूर : पंजाब रोडवेज, पनबस कांट्रेक्ट वर्कर यूनियन पंजाब व पीआरटीसी के कच्चे मुलाजिमों ने राज्य के 27 डिपो पर शुक्रवार को गेट रैली की। संगरूर डिपो पर गेट रैली को संबोधित करते हुए पनबस के संजीव कुमार ने कहा कि पंजाब सरकार ने महिलाओं को मुफ्त सफर की सुविधा बेहतर हैं, लेकिन सरकार ने ट्रांसपोर्ट माफिया खत्म करने का वादा अभी तक पूरा नहीं किया। पंजाब में रोडवेज व पीआरटीसी की बसें बहुत कम हैं। सरकार ने कोरोना महामारी के कारण 50 फीसद सवारियों को ही बैठाने का एलान किया है, जबकि दूसरी तरफ प्राइवेट बसों में बसों की छतों तक यात्री सवार होकर सफर कर रहे हैं। ऐसे में सरकार तुरंत बसों की संख्या बढ़ाए। सरकार पिछले लंबे समय से ट्रांसपोर्ट विभाग के कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने का वादा पूरा करने से आनाकानी कर रही है। गत दिवस वीरवार को पंजाब भवन चंडीगढ़ में ट्रांसपोर्ट मंत्री पंजाब, सचिव स्टेट ट्रांसपोर्ट, डायरेक्टर स्टेट ट्रांसपोर्ट, ट्रांसपोर्ट कमिश्नर पंजाब, एमडी, पीआरटीसी व पनबस वर्कर यूनियन के प्रांतीय सचिव कमल कुमार, प्रधान रेशम सिंह गिल, खजांची बलजिदर सिंह की बैठक हुई। बैठक में वर्करों ने कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने की मांग तथा बताया कि कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने से सरकार पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा, क्योंकि अब पनबस के मुलाजिम आठ करोड़ रुपये के करीब प्रति माह ले रहे है। पनबस के चार हजार मुलाजिमों को 10300 पर पक्का करने पर केवल चार करोड़ 12 लाख रुपये की बनते हैं। मंत्री ने मांगों को पूरा करने के लिए वित्तमंत्री व सब कमेटी कैबिनेट से समय लेने के लिए कहा व जल्द मांगों को पूरा करने का भरोसा दिलाया गया। यूनियन ने पनबस में भर्ती डाटा एंट्री आपरेटर व पीआरटीसी के वेतन में 2500 रुपये की वृद्धि करने की मांग की। जिस पर कमेटी ने सहमति जाहिर की। बैठक के उपरांत 26 अप्रैल को पंजाब भर के सभी बस स्टैंड को बंद करने के प्रोग्राम को फिलहाल 27 अप्रैल तक स्थगित कर दिया गया। वर्करों ने रैली के दौरान एलान किया कि यदि उनकी मांगों को पूरा न किया गया तो 27 अप्रैल के बाद कड़ा संघर्ष करेंगे।
इस मौके पर जसविदर सिंह जस्सी, परमिदर सिंह लाडी, सुखजिदर सिंह, हरप्रीत सिंह, रणदीप सिंह समूह वर्कशाप वर्कर व कच्चे कर्मचारियों ने गेट रैली की।