मृतक किसानों के परिवारों को मुआवजा दिलाने के लिए पक्का मोर्चा जारी
दिल्ली किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसान परिवारों को मुआवजा व एक परिजन को सरकारी नौकरी न मिलने से खफा किसानों का एसडीएम दफ्तर के समक्ष धरना रविवार को तीसरे दिन भी जारी रहा।
संवाद सूत्र, सुनाम ऊधम सिंह वाला (संगरूर) : दिल्ली किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसान परिवारों को मुआवजा व एक परिजन को सरकारी नौकरी न मिलने से खफा किसानों का एसडीएम दफ्तर के समक्ष धरना रविवार को तीसरे दिन भी जारी रहा।
रविवार को भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के नेतृत्व में सुनाम एसडीएम कार्यालय के समक्ष धरना में यूनियन ने दावा किया कि सुनाम इलाके के तीन किसान परिवारों को मुआवजा व सरकारी नौकरी नहीं मिली है। दिल्ली आंदोलन में गांव तोलावाल के किसान छोटा सिंह, गांव झाडों के किसान लखवीर सिंह व चीमां के किसान गुरजंट सिंह की मौत हुई। हालांकि इलाके के नौ किसान परिवारों को मुआवजा मिल गया है।
धरने को संबोधित करते रामशरण सिंह, गोबिद सिंह, सुखपाल सिंह, अजैब सिंह, रामपाल सिंह, महिदर सिंह, परविदर सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार दावा कर रही है कि दिल्ली आंदोलन में जान कुर्बान करने वाले किसानों के परिवारों को पांच लाख रुपए मुआवजा व सरकारी नौकरी दी जा रही है। पूर्व सीएम कैप्टन अमरिदर सिंह व वर्तमान सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ऐसे दावे रोजाना कर रहे हैं। लेकिन सुनाम इलाके के तीन किसान परिवार इस राहत को पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि तुरंत इन पीडित परिवारों को मुआवजा व नौकरी नहीं मिली तो यूनियन तीखा आंदोलन करने के लिए विवश हो जाएगी। एसडीएम जसप्रीत सिंह ने कहा कि उन्होंने किसानों के केस बनाकर सरकार के पास भेज दिए हैं। उनके स्तर पर किसी तरह की देरी नहीं हुई है।