पीआरटीसी ने ट्रस्ट के हड़प लिए 31 लाख, अदालत जाने की तैयारी

संगरूर नोटिस पर नोटिस पर न कोई जवाब और पीआरटीसी ने नहीं दिया कोई जवाब।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 03:05 PM (IST) Updated:Thu, 02 Jul 2020 05:23 PM (IST)
पीआरटीसी ने ट्रस्ट के हड़प लिए 31 लाख, अदालत जाने की तैयारी
पीआरटीसी ने ट्रस्ट के हड़प लिए 31 लाख, अदालत जाने की तैयारी

मनदीप कुमार, संगरूर

नोटिस पर नोटिस, पर न कोई जवाब और न ही कोई अदायगी.. जी हां यह हाल पीआरटीसी डिपो संगरूर का है। नगर सुधार ट्रस्ट संगरूर की सुनाम रोड पर स्थिति मार्केट की जगह को पीआरटीसी संगरूर ने एक वर्ष चार माह तक अस्थायी बस स्टैंड के तौर पर इस्तेमाल किया, लेकिन इस समय दौरान की 29 लाख रुपये किराया व बिजली बिल समेत 31 लाख रुपये में से फुटी कौड़ी भी नगर सुधार ट्रस्ट को अदा नहीं की। लिहाजा नगर सुधार ट्रस्ट को यह किराया न मिलने के कारण इसका नुकसान आर्थिक तौर पर भुगतना पड़ रहा है। किंतु अब नगर सुधार ट्रस्ट सख्त रवैये अपनाने के मूड में आ चुकी है। पीआरटीसी से किराये की वसूली के लिए नगर सुधार ट्रस्ट अदालत का दरवाजा खटखटाने से पीछे नहीं हटेगी। नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन नरेश गाबा ने स्पष्ट किया कि नगर सुधार ट्रस्ट के लंबे समय से लटक रहे बकाया की वसूली के लिए अब सख्त एक्शन लिया जाएगा, ताकि ट्रस्ट की आर्थिक स्थिति को मजबूत बन सके। 1.75 लाख प्रति माह के किराये पर लिया था अस्थायी बस स्टैंड

पीआरटीसी संगरूर डिपो ने बस स्टैंड के निर्माण के दौरान नगर सुधार ट्रस्ट से सुनाम रोड पर मौजूद मार्केट की जगह को अस्थायी बस स्टैंड चलाने के लिए जगह किराये पर ली थी। नगर सुधार ट्रस्ट ने पीआरटीसी को 1.75 लाख रुपये प्रति माह के किराये पर यह जगह मुहैया करवाई। पांच जुलाई 2015 से 1 दिसंबर 2016 तक इस जगह पर अस्थायी बस स्टैंड के तौर पर पीआरटीसी ने जगह का इस्तेमाल किया। एक साल चार माह 27 दिन की अवधि का 29 लाख 52 हजार रुपये बनता किराया पीआरटीसी की तरफ अभी तक बकाया है। बेशक यह अदायगी पीआरटीसी ने प्रति माह नगर सुधार ट्रस्ट को करनी थी, लेकिन पीआरटीसी ने नगर सुधार ट्रस्ट को किराये की अदायगी नहीं की गई। बिजली के बिल भी नहीं किया अदा

पीआरटीसी के अस्थायी बस स्टैंड चलाए जाने के दौरान का 1 लाख 52 हजार रुपये का बिजली बिल भी पीआरटीसी ने अदा नहीं किया। इसकी रकम भी पीआरटीसी के किराये के बकाये में ही शामिल हो चुकी है व अब राशि 31 लाख दस हजार रुपये से अधिक बन गई है। दिसंबर 2016 से बेशक बस स्टैंड अपनी नई इमारत में शिफ्ट हो चुका है, लेकिन किराये का भुगतान न करके पीआरटीसी ने नगर सुधार ट्रस्ट को लाखों रुपये का चुना लगा दिया है। लगातार निकाले गए नोटिस, नहीं हुआ कोई असर

नगर सुधार ट्रस्ट लगातार पीआरटीसी को किराये के बकाया रकम की अदायगी के लिए लगातार आधा दर्जन भर नोटिस निकालती रही है, लेकिन पीआरटीसी के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। 31 लाख रुपये की अदायगी पीआरटीसी की तरफ अटकी है, कितु पीआरटीसी इसे अदा करने में लगातार आनाकानी कर रही है। नगर सुधार ट्रस्ट की ओर से ढ़ाई लाख रुपये अस्थायी बस स्टैंड के लिए मरम्मत, तोड़फोड़, शौचालय के निर्माण पर भी खर्च किए थे। नोटिस निकालने के उपरांत जाएंगे अदालत : नरेश

नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन नरेश गाबा ने कहा कि पीआरटीसी ने ट्रस्ट को किराये के तौर पर अदा की जाने वाली रकम अदा नहीं की। पिछले कई वर्षों से ट्रस्ट किराया राशि की वसूली के लिए नोटिस भेज रहा है, लेकिन अब सख्त एक्शन लिया जाएगा। पीआरटीसी को जल्द नोटिस जारी रहेंगे व तय समय सीमा दौरान अदायगी करने की चेतावनी दी जाएगी। अगर पीआरटीसी ने उक्त राशि अदा न की तो ट्रस्ट अदालत का दरवाजा खटखटाएगा। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट बकाया राशि की वसूली के लिए अब सख्त एक्शन लेते हुए कदम उठाए जाएंगे।

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