सरकारी ओपीडी का बायकाट बरकरार, संघर्ष पर डटे डाक्टर
छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट के विरोध में जिलेभर के सरकारी अस्पताल के डाक्टरों का गुस्सा सातवें आसमान पर जा पहुंचा है।
संवाद सूत्र, संगरूर
छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट के विरोध में जिलेभर के सरकारी अस्पताल के डाक्टरों का गुस्सा सातवें आसमान पर जा पहुंचा है। इसके तहत सोमवार को भी डाक्टरों ने सरकारी ओपीडी का बायकाट रखा। बेशक अस्पताल में डाक्टरों ने संगठन की पर्चियों पर मरीजों का चेकअप किया। मरीजों को दवा व अन्य सरकारी सुविधाओं से वंचित रहना पड़ा। सोमवार को 650 मरीजों का डाक्टरों ने चेकअप किया तथा संघर्ष की अगली रणनीति पर शुक्रवार को एलान करने का फैसला लिया।
पीएसएमएस एसोसिएशन, पीसीएमएस एसोसिएशन डेंटल, आयुर्वेदिक मेडिकल अफसर एसोसिएशन, वेटरनरी डाक्टर एसोसिएशन व रूरल मेडिकल एसोसिएशन के डाक्टर शामिल हुए। स्टाफ सदस्यों ने कहा कि छठे वेतन कमिशन में एनपीए में कटौती सहित र्कइ प्रकार के भत्ते काट लिए गए हैं। जबकि वह कोरोना महामारी में लंबे समय से जान हथेली पर रखकर सेवाएं निभा रहे हैं। पंजाब सरकार उन्हें सम्मान देने की बजाय सड़कों पर प्रदर्शन करने को मजबूर कर रही है। डाक्टरों ने मांग की कि छठे वेतन आयोग में कम किए एनपीए को तेतीस प्रतिशत किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पे कमिशन की रिपोर्ट को संशोधन कर जारी न किया तो संघर्ष तेज किया जाएगा। इस मौके डा. बलजीत सिंह, डा. अमनप्रीत कौर, डा. बीरइंद्र सिंह, डा. परमवीर सिंह, डा. राहुल कुमार, डा. संजीव कुमार, डा. विनोद कुमार, डा. जूही गोयल, डा. रमनवीर कौर, डा. हरप्रीत कौर, डा. अमित सिगला, डा. रविदर पाल कौर, डा. सुमित, डा. दीपक कांसल, डा. नवदीप अरोड़ा, डा. अमनजोत कौर आदि उपस्थित थे।