आज से पैरलल ओपीडी भी बंद, दिन-रात चलेगा पक्का मोर्चा
छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट के विरोध में राज्य भर के सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों की हड़ताल के बावजूद पंजाब सरकार के कानों पर जूं तक नहीं सरकी है।
संवाद सूत्र, संगरूर
छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट के विरोध में राज्य भर के सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों की हड़ताल के बावजूद पंजाब सरकार के कानों पर जूं तक नहीं सरकी है। 12 जुलाई से डाक्टर लगातार हड़ताल पर चल रहे हैं, जिस कारण सरकारी अस्पतालों में सेहत सुविधाएं डगमगा चुकी हैं। बेशक गत दिनों राज्य स्तरीय रैली के दौरान डाक्टरों को उनकी मांगों को जल्द पूरा करने का भरोसा दिलाया गया था, जिसके बाद डाक्टरों ने अपनी सीटों पर बैठकर पैरलल ओपीडी आरंभ कर दी, लेकिन 30 जुलाई तक के मिले भरोसे के बाद भी मांगें पूरी न होने पर डाक्टरों ने संघर्ष की रूपरेखा तेज करने का एलान कर दिया है।
सोमवार से अस्पताल में पैरलल ओपीडी भी अनिश्चितकालीन समय के लिए बंद की जाएगी। साथ ही डाक्टर सिविल सर्जन दफ्तर के समक्ष पक्का मोर्चा लगाएंगे व दफ्तरी कामकाज को बंद करवाया जाएगा। दिन-रात चलने वाले इस पक्के मोर्चे के लिए डाक्टरों की पक्की जिम्मेदारी तय कर दी गई है। डाक्टरों ने एलान किया कि जब तक उनकी एनपीए सबंधी मांग को पूरा नहीं किया जाएगा, तब तक संघर्ष जारी रखा जाएगा।
पीएसएमएस एसोसिएशन, पीसीएमएस एसोसिएशन डेंटल, आयुर्वेदिक मेडिकल अफसर एसोसिएशन, वेटरनरी डाक्टर एसोसिएशन व रूरल मेडिकल एसोसिएशन के डाक्टर संघर्ष पर डटे हुए हैं।
एसोसिएशन की कार्यकर्ता डा. अमनप्रती कौर ने बताया कि छठे वेतन आयोग में एनपीए में कटौती सहित कई प्रकार के भत्ते काट लिए गए हैं, जबकि डाक्टर कोरोना महामारी में लंबे समय से सेवाएं निभा रहे हैं। पंजाब सरकार उन्हें सम्मान देने की बजाय सड़कों पर प्रदर्शन करने को मजबूर कर रही है। डा. बलजीत सिंह, डा. अमनप्रीत कौर, डा. बीरइंद्र सिंह, डा. परमवीर सिंह, डा. राहुल कुमार, डा. संजीव कुमार, डा. विनोद कुमार, डा. जूही गोयल, डा. रमनवीर कौर, डा. हरप्रीत कौर, डा. अमित सिगला, डा. रविदर पाल कौर, डा. सुमित, डा. दीपक कांसल, डा. नवदीप अरोड़ा, डा. अमनजोत कौर आदि उपस्थित थे।