जिन गांवों में नहीं जलेगी पराली उनकी पंचायते होंगी सम्मानित

खेतीबाड़ी और किसान भलाई विभाग पराली न जालाने वाली गांवों की पंचायतों को किया जाएगा सम्मानित।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 09:51 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 09:51 PM (IST)
जिन गांवों में नहीं जलेगी पराली उनकी पंचायते होंगी सम्मानित
जिन गांवों में नहीं जलेगी पराली उनकी पंचायते होंगी सम्मानित

जागरण संवाददाता, संगरूर : खेतीबाड़ी और किसान भलाई विभाग द्वारा इनसीटू सीआरएम स्कीम के तहत एक्शन प्लान के मुताबिक जिले के विभिन्न ब्लाकों में डेमोस्ट्रेशन, वाल पेंटिग, स्कूलों में लेख, पेटिग, डीबेट मुकाबले व गांव व ब्लाक स्तरीय कैंप लगाए जा रहे हैं। इस संबंध मे मुख्य खेतीबाड़ी अफसर संगरूर डा. जसविदरपाल सिंह ग्रेवाल ने बताया कि विभाग द्वारा छह प्रचार वैन के जरिए छह से 25 अक्टूबर तक जागरूकता मुहिम चलाकर पराली न जलाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। सितंबर में 150 गांव स्तरीय कैंप लगाए गए हैं और अक्टूबर में 250 कैंप तथा 10 ब्लाक स्तरीय कैंप लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा पराली संबंधी स्कूली बच्चों के लेखन मुकाबले, पेंटिग, डीबेट आदि करवाने के लिए ब्लाक खेतीबाड़ी अफसरों को हिदायत की है। उन्होंने कहा कि आग न लगाकर पराली का प्रबंधन करने वाली ग्राम पंचायतों को सम्मानित किया जाएगा। इसमें केवल उन पंचायतों को चुना जाएगा, जिन गांव में धान का रकबे के कुल रकबे का साठ फीसद हो व आग लगने की घटना न हुई हो। इसके बाद आग न लगने की पुष्टी पीआरएससी पर प्राप्त हुए डेटा के आधार पर की जाएगी। इसके आगे जीरो बर्निंग के नीचे एक से अधिक पंचायतें आने की सूरत में ड्रा के जरिए चुनाव किया जाएगा। इसके लिए सभी वे गांव अपना दावा कर सकते हैं जहां पर पराली नहीं जलाई गई है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि पराली जलाने से पर्यावरण के साथ-साथ किसानों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है। क्योंकि इससे खेत की उर्वरा शक्ति नष्ट हो जाती है।

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