तंबाकू छड्डण दा वादा नारे तले मनाया तंबाकू विरोधी दिवस
सेहत ब्लाक मूनक में तंबाकू छड्डण दा वादा नारे के तहत विश्व तंबाकू विरोधी दिवस मनाया गया।
संवाद सूत्र, मूनक (संगरूर)
सेहत ब्लाक मूनक में तंबाकू छड्डण दा वादा नारे के तहत विश्व तंबाकू विरोधी दिवस मनाया गया। लोगों को नशे के बुरे प्रभाव संबंधी जागरूक करते हुए नोडल अफसर हरदीप जिदल ने कहा कि 31 मई 1988 में विश्व सेहत संस्था द्वारा तंबाकू विरोधी दिवस की शुरुआत की गई थी। इसका मकसद लोगों को तंबाकू व इससे बनी चीजों का सेवन करने से रोकना है। तंबाकू खाने से जहां कैंसर, दिल के रोग, दमे के रूप में बुरे प्रभाव पड़ते हैं, वहीं इसके धुंए से पर्यावरण दूषित होता है। इसका सबसे अधिक असर फेफड़ों पर होता है। कोरोना महामारी भी फेफड़ों पर असर करती है। इसलिए इससे बचना बेहद जरूरी है।
डा. प्रशांत गौतम ने कहा कि यदि समय पर ईलाज शुरू किया जाए तो तंबाकू के प्रभाव से बचा जा सकता है। 2018 में किए सर्वे मुताबिक भारत तंबाकू इस्तेमाल करने में दूसरे नंबर पर है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह तंबाकू व इससे बने उत्पादों से बचकर अच्छे व पौष्टिक आहार का सेवन करें।