अब डेवलपमेंट टैक्स का बोझ, व्यापारियों ने किया विरोध

पंजाब सरकार द्वारा व्यापारियों व आम जनता पर लगाए जा रहे नए पंजाब डेवलपमेंट फंड के नाम पर लगाएटैक्स का व्यापार मंडल संगरूर ने कड़ा विरोध जताया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 10:50 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 10:50 PM (IST)
अब डेवलपमेंट टैक्स का बोझ, व्यापारियों ने किया  विरोध
अब डेवलपमेंट टैक्स का बोझ, व्यापारियों ने किया विरोध

फोटो फाइल: 1

जागरण संवाददाता, संगरूर : पंजाब सरकार द्वारा व्यापारियों व आम जनता पर लगाए जा रहे नए पंजाब डेवलपमेंट फंड के नाम पर लगाएटैक्स का व्यापार मंडल संगरूर ने कड़ा विरोध जताया है। अढ़ाई लाख रुपये वार्षिक आमदन वाले हर व्यापारी, कारोबारी, मुलाजिम व आम करदाता पर 2400 रुपये वार्षिक टैक्स लगाया जा रहा है, जिससे व्यापारियों पर ही नहीं बल्कि आम जनता पर भी इसका अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। ऐसे में व्यापार मंडल पंजाब के आह्वान पर व्यापार मंडल संगरूर के प्रधान जसविदर सिंह प्रिस की अगुआई में समूह व्यापारियों ने एकजुट होकर इसका विरोध करते हुए पंजाब सरकार से इस नए टैक्स के बोझ के फैसले को तुरंत रद करने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि यदि सरकार ने यह टैक्स थोपने का फैसला वापस न लिया तो व्यापारी, कारोबारी सहित अन्य अदारे सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होंगे। व्यापार मंडल संगरूर के वफद ने इस टैक्स के खिलाफ कैबिनेट मंत्री विजयइंद्र सिगला से मुलाकात की तथा उन्हें मांग पत्र सौंपकर तुरंत टैक्स का फैसला रद करने की मांग की।

व्यापार मंडल संगरूर के प्रधान जसविदर सिंह प्रिस, सुखविदर सिंह, हरीश टूटेजा, राजेश थरेजा ने कहा कि पंजाब सरकार ने अपने नए फरमान में आदेश जारी किए हैं कि अढ़ाई लाख रुपये वार्षिक आए वाले हर व्यापारी, कारोबारी, मुलाजिम, दुकानदार, आमदन करदाता को 2400 रुपये वार्षिक टैक्स के रूप में पंजाब डेवलपमेंट फंड सरकार को जमा करवाना होगा। इतना ही नहीं, व्यापारी पिछले तीन वर्ष यानी एक अप्रैल 2018 से कुल 7200 रुपये अदा करेंगे। इसके लिए बकायदा तौर पर व्यापारियों को नए सिरे से रजिस्ट्रेशन भी करवाना होगा व इसका अलग से पंजीकरण करके नंबर प्राप्त करना होगा। टैक्स के बोझ के अलावा व्यापारियों पर इनकम टैक्स वकील की फीस का बोझ भी बढ़ेगा, जो करीब दस हजार रुपये तक बढ़ जाएगा। व्यापारियों ने कहा कि पंजाब के व्यापारी पड़ोसी राज्यों से अधिक बिजली बिल, टैक्स अदा कर रहे हैं। कोरोना काल दौरान व्यापारिक अदारे बंद होने के बावजूद बिजली के बिल, टैक्सों का भुगतान करते रहे हैं। जिसके रिबेट की भी मांग की गई थी, लेकिन सरकार ने इसे अभी तक पूरा नहीं किया। पहले ही जीएसटी, रोड टैक्स, इनकम टैक्स व्यापारी अदा कर रहे हैं और अब नए टैक्स का बोझ हर वर्ग पर पड़ेगा, जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

सरकार ने एक भी वादा पूरा नहीं किया

पंजाब सरकार पर बरसते उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले व्यापारियों को राहत देने, पांच रुपये यूनिट बिजली देने का वादा किया था, लेकिन अफसोस है कि सरकार ने एक भी वादा पूरा नहीं किया है। अगर सरकार ने यह फैसला तुरंत वापस न लिया तो व्यापारी सड़कों पर उतरेंगे। व्यापार मंडल के वफद ने कैबिनेट मंत्री विजयइंद्र सिगला से मुलाकात करके उन्हें सरकार द्वारा लगाए जा रहे नए टैक्स से अवगत करवाया, जिसपर मंत्री सिगला ने अज्ञानता जाहिर करते हुए कहा कि वह इस संबंधी मंत्रालय से बातचीत करेंगे। इस मसले को जल्द हल करवाएंगे। इस मौके पर महेंद्र बाबा, धूरी से हंसराज बजाज, सुनाम से पवन गुजरां, दर्शन सिंह, प्रदीप खन्ना आदि उपस्थित थे।

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