कोरोना मरीजों के लिए नहीं वेंटिलेटर, गंभीर हालत में रेफर करना ही हल

जिले में कोरोना मरीजों की गिनती सात हजार का आंकड़ा पार कर चुकी है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 04:45 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 04:45 PM (IST)
कोरोना मरीजों के लिए नहीं वेंटिलेटर, गंभीर हालत में रेफर करना ही हल
कोरोना मरीजों के लिए नहीं वेंटिलेटर, गंभीर हालत में रेफर करना ही हल

मनदीप/अश्वनी, संगरूर

जिले में कोरोना मरीजों की गिनती सात हजार का आंकड़ा पार कर चुकी है। आठ सौ से अधिक एक्टिव केस जिला संगरूर में मौजूद हैं। इसके बावजूद जिले में कोरोना के मरीजों की संभाल के लिए सिविल अस्पतालों की व्यवस्था रामभरोसे ही है। कोरोना के लेवल-2 मरीजों को भर्ती करने के लिए सरकारी अस्पतालों में करीब 130 बिस्तर की ही व्यवस्था है, जबकि धूरी के सिविल अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को रखने का बंदोबस्त है। सेहत विभाग का कहना है कि जिले में आक्सीजन की पर्यापत व्यवस्था है, जबकि जिले में सबसे बड़ी कमी वेंटिलेटर की है। सरकारी अस्पताल में कोरोना महामारी के दौरान सबसे अधिक कमी वेंटिलेटर की खलती है। ऐसे में कोरोना के गंभीर मरीज को संगरूर से 50 किलोमीटर दूर राजिदरा अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है। कोरोना के मरीजों के लिए आइसीयू, वेंटिलेटर की सबसे अधिक जरूरत है और सरकारी अस्पतालों में इनकी ही कमी है, जिस कारण मरीजों की मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है। जिले में कोरोना से 282 मरीजों की मौत हो चुकी है।

उल्लेखीय है कि जिला संगरूर में हर दिन सैकड़े से अधिक मरीज सामने आ रहे हैं। अप्रैल के दौरान 1600 से अधिक नए मरीज पाए गए हैं। हैरानी की बात है जिले में दो कैबिनेट मंत्री होने के बावजूद सेहत सुविधाओं में पिछड़ रहा है। जिले में बेशक सिविल अस्पताल संगरूर को एक वेंटिलेटर मिला था, लेकिन कोरोना काल के मद्देनजर मरीजों की संभाल के लिए उसे गत वर्ष ही राजिदरा अस्पताल में लगवा दिया गया था, ताकि संगरूर से रेफर होकर जाने वाले मरीजों को वहां तुरंत वेंटिलेटर की सुविधा मिल सके। संगरूर में आज भी वेंटिलेटर की कमी खल रही है। ----------------------- लेवल-2 के अधीन आता संगरूर अस्पताल जिला संगरूर के सिविल अस्पताल को लेवल-2 अधीन रखा गया है। जिले में लेवल-2 के 130 मरीज रखने के लिए संगरूर अस्पताल में 60, सिविल अस्पताल मालेरकोटला में 50, सुनाम के निजी अस्पताल में 20 बिस्तर की सुविधा है। इसके अलावा सरकारी अस्पताल धूरी में 20 बिस्तर का कोविड सेंटर स्थापित है, जहां पर गर्भवती महिलाओं को रखने का बंदोबस्त है, लेकिन यहां अभी कोई गर्भवती महिला दाखिल नहीं है। इसके अतिरिक्त दो अन्य अस्पतालों में आठ बिस्तर की व्यवस्था है। अभी केवल सिविल अस्पताल संगरूर में ही कोविड से ग्रस्त मरीज भर्ती हैं। --------------------- सेहत विभाग कर रहा हर पर्याप्त प्रबंध : सिविल सर्जन सिविल सर्जन डा. अंजना गुप्ता का कहना है कि जिला संगरूर लेवल-2 के मरीजों को रखने की व्यवस्था है, जिसके लिए पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं। वेंटिलेटर की सुविधा की जरूरत है, जिसकी कमी महसूस होती है। मरीज की हालत गंभीर होने पर उसे तुरंत राजिदरा अस्पताल रेफर कर दिया जाता है। सेहत विभाग की टीम, डाक्टर पूरी तरह से मरीजों की संभाल कर रहे हैं।

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