पुलिस देख रैली से खिसका लक्खा सिधाना, समर्थकों ने लगाया थाने समक्ष धरना

तीन कृषि कानूनों को रद करवाने के लिए दिल्ली में चल रहे पक्के किसान मोर्चे के लिए नौजवानों को लामबंद करने के लिए वीरवार को सुनाम व दिड़बा इलाके के गांवों में लक्खा सिधाना ने प्रोग्राम रखे थे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 May 2021 07:02 AM (IST) Updated:Fri, 28 May 2021 07:02 AM (IST)
पुलिस देख रैली से खिसका लक्खा सिधाना, समर्थकों ने लगाया थाने समक्ष धरना
पुलिस देख रैली से खिसका लक्खा सिधाना, समर्थकों ने लगाया थाने समक्ष धरना

संवाद सूत्र, दिड़बा (संगरूर)

तीन कृषि कानूनों को रद करवाने के लिए दिल्ली में चल रहे पक्के किसान मोर्चे के लिए नौजवानों को लामबंद करने के लिए वीरवार को सुनाम व दिड़बा इलाके के गांवों में लक्खा सिधाना ने प्रोग्राम रखे थे। प्रोग्राम के दौरान बड़ी गिनती में पुलिस बल मौके पर पहुंच गई, जिस कारण लक्खा सिधाना मौके से खिसक गया। लक्खा सिधाना के समर्थकों को लगा कि पुलिस लक्खा सिधाना को गिरफ्तार करने की फिराक में है, जबकि पुलिस ने तर्क पेश किया कि पुलिस बल केवल सुरक्षा के मद्देनजर लगाई गई है, जबकि गिरफ्तारी की कोई बात नहीं है। रोष में भरे लक्खा सिधाना के समर्थकों ने थाना छाजली के समक्ष धरना भी लगाया।

उल्लेखनीय है कि वीरवार को लक्खा सिखाना नौजवानों को दिल्ली आंदोलन में शामिल होने के लिए लामबंद करने के लिए इलाके में पहुंचा। ऐसे में पुलिस प्रशासन द्वारा कमर कसते हुए प्रोग्राम वाले स्थानों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया। सबसे पहले सिधाना अपने समर्थकों के साथ गांव मैहलां पहुंचे व नौजवानों को संबोधित करने लगा। थोड़ी देर में ही पुलिस ने मंच को चारों तरफ से घेर लिया, लेकिन सिधाना पुलिस को चकमा देकर वहां से निकल गया। गांव शादीहरी में भी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। यहां लक्खा सिखाना प्रोग्राम में शामिल ही नहीं हुआ। प्रोग्राम दौरान सूफी गायक कंवर ग्रेवाल, हरफ चीमां व भाना सिद्घू सहित भारी गिनती में नौजवान शामिल थे। इसके उपरांत गांव छाजली में रखे प्रोग्राम में जमा हुए किसानों को जैसे ही सिधाना की गिरफ्तार करने के लिए पुलिस के पहुंचने की भनक लगी तो किसानों का विशाल काफिले ने रैली स्थल को छोड़कर थाना छाजली समक्ष रोष धरना लगा दिया। धरने दौरान कंवर ग्रेवाल, हरफ चीमां, किसान नेता गुरप्यार सिंह, राज सिंह खालसा ने कहा कि पंजाब सरकार केंद्र से मिलकर किसान आंदोलन को फेल करना चाहती है, लेकिन सिधाना द्वारा आंदोलन को बनाए रखने के लिए गांव में पहुंचकर नौजवानों को प्रेरित किया जाना था। पंजाब पुलिस ने किसी गांव में रैली नहीं होने दी। इस मौके बिल्ला जखेपल, जोधा महाराज, पीपी सुखविदर सिंह, हरजिदर सिंह, जगदीप रंधावा सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।

धरना स्थल पर पहुंचे डीएसपी दिड़बा मोहित अग्रवाल ने प्रदर्शनकारियों को भरोसा दिलाया कि पुलिस केवल सुरक्षा के मद्देनजर लगाई गई है, गिरफ्तारी के लिए नहीं। पुलिस द्वारा गिरफ्तारी न किए जाने का भरोसा दिलाने के बाद नौजवानों व किसानों ने धरना समाप्त किया।

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