विधायकों के बेटों को नौकरी, स्वतंत्रता सेनानियों के वारिस नौकरी को तरसे : खालसा

कांग्रेस सरकार के राज में मर चुके नेताओं व विधायकों के बच्चों को तरस के आधार पर नौकरी दी जा रही है जबकि देश को आजाद करवाने के लिए गोलियां खाकर शहीद हुए स्वतंत्रा सेनानियों के वारिसों से लगातार भेदभाव किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Jun 2021 04:10 PM (IST) Updated:Thu, 03 Jun 2021 04:10 PM (IST)
विधायकों के बेटों को नौकरी, स्वतंत्रता सेनानियों के वारिस नौकरी को तरसे : खालसा
विधायकों के बेटों को नौकरी, स्वतंत्रता सेनानियों के वारिस नौकरी को तरसे : खालसा

जागरण संवाददाता, संगरूर

कांग्रेस सरकार के राज में मर चुके नेताओं व विधायकों के बच्चों को तरस के आधार पर नौकरी दी जा रही है, जबकि देश को आजाद करवाने के लिए गोलियां खाकर शहीद हुए स्वतंत्रा सेनानियों के वारिसों से लगातार भेदभाव किया जा रहा है। आजादी के 74 वर्ष बाद भी फ्रीडम फाइटर परिवार अपने हकों के लिए संघर्ष करने को मजबूर हैं। सरकारों के प्रति रोष व्यक्त करते हुए फ्रीडम फाइटर उत्तराधिकारी संगठन पंजाब के राज्य प्रधान हरिदरपाल सिंह खालसा ने उक्त बातें कहीं।

उन्होंने कहा कि पंजाब में दो विधायकों के बच्चों को तरस के आधार पर नौकरी देने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, परन्तु लंबे समय से संघर्ष करते फ्रीडम फाइटरों के परिवारों को तरस के आधार पर अब तक चपरासी तक की नौकरी नहीं दी गई। उन्हें दो वक्त की रोटी बड़ी मुश्किल से नसीब हो पा रही है। उन्होंने सरकार से फ्रीडम फाइटरों के परिवारों को तरस के आधार पर नौकरी देने, इनके पास रोजगार, जमीन व जायदाद नहीं है उन्हें सम्मान भत्ता दस हजार रुपये प्रति महीना पेंशन लागू करने की मांग की। राज्य सचिव मेजर सिंह, राज्य खजांची भरपूर सिंह, जिला प्रधान सियासत सिंह, आल इंडिया सदस्य गुरइंद्र पाल सिंह, चमकौर सिंह आदि उपस्थित थे।

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