मंत्री के शहर में कैसा विकास : बरसात के बीच ही बन रही शहर की सड़कें

बेशक मानसून के मौसम में बरसात के कारण सड़कों के निर्माण को रोक दिया जाता है लेकिन लोक निर्माण मंत्री विजयइंद्र सिगला का शहर ही ऐसा है जहां बरसात के बीच भी विकास का रथ बिना रूके चल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 06:35 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 06:35 PM (IST)
मंत्री के शहर में कैसा विकास : बरसात के बीच ही बन रही शहर की सड़कें
मंत्री के शहर में कैसा विकास : बरसात के बीच ही बन रही शहर की सड़कें

मनदीप कुमार, संगरूर

बेशक मानसून के मौसम में बरसात के कारण सड़कों के निर्माण को रोक दिया जाता है, लेकिन लोक निर्माण मंत्री विजयइंद्र सिगला का शहर ही ऐसा है, जहां बरसात के बीच भी विकास का रथ बिना रूके चल रहा है।

शनिवार को शहर में बरसात के बीच ही सड़क का निर्माण जोरों पर चलता रहा। पटियाला बाईपास मुख्य मार्ग से शहर में दाखिल होने वाली सड़क को चहुमार्गीय करने का कार्य जारी है, जिसके लिए शनिवार दोपहर बरसात के बीच ही प्रीमिक्स डाली गई। शहर में हो रहे विभिन्न निर्माण कार्यों में जहां पहले ही धांधलियों के आरोप लग रहे हैं। लोक निर्माण मंत्री के शहर में ऐसे मनमानी साफ जाहिर कर रही है कि शहर में विकास नहीं, बल्कि सरकारी फंडों का विनाश किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि संगरूर शहर में बाहरी मुख्य मार्ग से दाखिल होने वाले रास्तों को चहुमार्गीय बनाया जा रहा है। इसके तहत ही पटियाला बाईपास से वाल्मीकि चौक तक सड़क का निर्माण शनिवार को बरसात के बीच ही निर्विघ्न जारी रहा। बरसात के बीच ही सड़क पर प्रीमिक्स डाली जा रही थी। ऐसे में सड़क की क्वालिटी को लेकर लोक निर्माण विभाग की गंभीरता का अंदाजा खुद ही लगाया जा सकता है, क्योंकि पानी पड़ने के कारण यह सड़क अगले कुछ समय में ही बिखर जाएगी।

शहर निवासी वकील दलवीर सिंह डल्ली ने कहा कि शहर में विकास के नाम पर विनाश किया जा रहा है। हर दिन ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जिसके प्रति लोक निर्माण मंत्री भी चुप्पी साधे हुए हैं, जिससे साफ है कि विकास के नाम पर सरकारी फंड की हो रही बर्बादी के लिए सभी बराबर के जिम्मेदार हैं।

-------------------- माल तैयार होकर आ गया होगा, इसलिए लगाया लोक निर्माण विभाग के एसडीओ प्रतीक कुमार ने कहा कि प्लांट से माल बनकर आ जाता है, जिसके खराब होने का डर होता है, जिस कारण ठेकेदार ने मरम्मत के तौर पर माल लगा दिया गया होगा। जब उन्हें बरसात के बीच माल को खपाए जाने के तर्क बाबत पूछा तो उन्होंने कहा कि वह तो छुट्टी पर चल रहे हैं, जेई मौके पर मौजूद था। जेई से इसकी रिपोर्ट लेकर ही कुछ कहा जा सकता है।

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