संगरूर के दस वर्षीय बच्चे ने पर्स लौटाकर दिखाई ईमानदारी

ईमानदारी आज भी जिदा है। जिसकी उदहारण गत शाम शहर में देखने को मिली।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 01 May 2021 05:18 PM (IST) Updated:Sat, 01 May 2021 06:10 PM (IST)
संगरूर के दस वर्षीय बच्चे ने पर्स लौटाकर दिखाई ईमानदारी
संगरूर के दस वर्षीय बच्चे ने पर्स लौटाकर दिखाई ईमानदारी

अश्वनी शर्मा, संगरूर

शहर के रहने वाले दस वर्षीय गरीब परिवार से संबंधित बच्चे ने सड़क पर गिरे पैसों से भरे पर्स को उसके असल मालिक को लौटाकर ईमानदारी की मिसाल कायम की है। शहर में बच्चे की ईमानदारी की चर्चा है। गरीबी में जिदगी बसर कर रहे ऊभावाल रोड पर रहने वाले अरमान लाल ने बताया कि उसके मां-बाप किसी के घर काम करते हैं। गत शाम जब वह अपने घर जा रहा था तो शनि देव मंदिर वाली सड़क पर पर्स मिला। पर्स में 16 हजार के करीब रुपये थे। बच्चे ने वह पर्स नजदीक की एक किरयाने की दुकान वाले को पकड़ा दिया, कहा कि अगर कोई पूछने आया तो दे देना।

नोबल हेल्पिग हेंड्स फाउंडेशन के प्रधान सतिदर सैनी ने बताया बच्चे ने थोड़ी दूर लगे पुलिस नाके पर खड़े पुलिस मुलाजिम को भी बताया कि उसको पर्स मिला है जो उसने दुकानदार को दे दिया हैष। पर्स से आई कार्ड के आधार पर मालिक का पता लगाकर उसका पर्स वापस कर दिया गया। उनकी संस्था नोबल हेल्पिग हैंड्स फाउंडेशन द्वारा ईमानदारी दिखाने पर बच्चे को 1100 रुपये देकर सम्मानित किया गया है। पर्स के मालिक शिदा ने कहा कि वह शनि मंदिर के पास रहता है। पर्स में 16000 के करीब रुपये थे। उसने बच्चे व उसके मां-बाप का धन्यवाद किया। इस मौके पर फाउंडेशन के मेंबर यादविदर हनी, अश्वनी शर्मा, दुकानदार विनोद सिगला, बच्चे का पिता हीरा लाल व पर्स के मालिक की माता भी शामिल थी। --------------------- बच्चे की ईमानदारी से खुश हूं, प्रशासन करेगा सम्मानित : डीसी

डीसी संगरूर रामवीर ने कहा कि वह वह पर्स लौटाने वाले बच्चे की ईमानदारी से बेहद खुश हैं। ऐसी मिसालें आज के दौर में समाज में बहुत कम देखने को मिलती हैं। माता पिता ने गरीब होने के बावजूद उसे अच्छी शिक्षा दी है जो हर मां बाप को अपने बच्चों को देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जाएगी। यदि मामला सही पाया गया तो महामारी से हालात सामान्य होने पर बच्चे को विशेष रूप से प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जाएगा।

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